मंडी: हिमाचल में सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने राशन डिपुओं में एपीएल परिवारों को मिलने वाले आटा और चावल का कोटा बढ़ा दिया है. जिसके तहत अब प्रदेश के एपीएल परिवारों को अगले महीने फरवरी से 15 किलो आटा दिया जाएगा और 7 किलो चावल दिए जाएंगे. खाद्य आपूर्ति निगम इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर चुका है.
अब सभी एपीएल परिवारों को फरवरी से आटा के कोटे में डेढ़ किलो प्रतिकार्ड ज्यादा आटा और 500 ग्राम ज्यादा चावल मिलेंगे. सभी राशन डिपो संचालकों को 15 किलो आटा देने के निर्देश जारी कर दिए हैं. इन आदेशों के तहत फरवरी महीने में प्रत्येक एपीएल परिवार को 13.5 किलोग्राम के बजाय 15 किलो आटा मिलेगा और 6.5 किलो चावल के बदले अब 7 किलो चावल दिए जाएंगे.
वहीं, हिमाचल के करसोग में भी हजारों एपीएल परिवार हैं. उपमंडल में अगले माह 16,382 एपीएल परिवारों को 15 किलो आटा और 7 किलो चावल प्रति राशन कार्ड के हिसाब से मिलेगा. सरकार ने डिपुओं के माध्यम से दिए जाने वाले सस्ते राशन का आवंटन कर दिया है. ऐसे में हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के करसोग और चुराग में स्थित होलसेल गोदाम से एक फरवरी से राशन की लिफ्टिंग होगी.
उपभोक्ताओं को पहले सप्ताह से बढ़ी हुई मात्रा में राशन का कोटा मिलना शुरू हो जाएगा. ऐसे में एपीएल परिवारों को कई सालों बाद 15 किलो आटा प्रति कार्ड मिलेगा. जिससे महंगाई के इस दौर में एपीएल परिवारों को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है. वहीं, डिपुओं के माध्यम से एनएफएसए के तहत 12,614 परिवारों को मुफ्त में आटा और चावल दिया जा रहा है.
करसोग में 28,996 राशन कार्ड धारक- करसोग में कुल 28,996 राशन कार्ड धारक हैं. इसमें 13,470 एपीएल राशन कार्ड, 2912 टैक्सपेयर कार्ड धारक व 12,6140 एनएफएसए राशन कार्ड धारक हैं. इन उपभोक्ताओं को 83 डिपुओं के माध्यम से सस्ते राशन की सुविधा दी जा रही है. जिसमें 7 डिपो को शिमला में स्थित हिमाचल प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के भट्टाकुफर होलसेल गोदाम से आपूर्ति की जाती है.
क्या कहते हैं अधिकारी- इसी तरह से 29 डिपुओं को चुराग स्थित होलसेल गोदाम और 47 डिपुओं को करसोग में स्थित होलसेल गोदाम से राशन की आपूर्ति होती है. खाद्य निरीक्षक जगत राम वर्मा का कहना है कि सरकार ने राशन का आवंटन कर दिया है. एपीएल कार्ड धारकों को अगले महीने बढ़ी हुई मात्रा में 15 आटा और 7 किलो चावल प्रति कार्ड दिया जाएगा. इसके लिए एक फरवरी से होलसेल गोदामों से सस्ते राशन की लिफ्टिंग होगी. जिससे डिपुओं में उपभोक्ताओं को पहले सप्ताह में राशन मिलना शुरू हो जाएगा.
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