मंडी: मंडी जिला के सरकाघाट में अधिकारी पर महिला पंचायत प्रधान द्वारा बेहूदा हरकतें करने के आरोप लगाए जाने का बाद आरोपी अधिकारी के पक्ष में इलाके के लगभग दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रधान उतर आए हैं. इन पंचायत प्रधानों ने डीसी और एसपी मंडी से मिलकर अधिकारी के पक्ष में अपनी बात रखी और अधिकारी को स्वच्छ छवि वाला व्यक्ति बताया.
बता दें कि गुरूवार के दिन सरकाघाट उपमंडल की एक महिला प्रधान ने डीसी और एसपी से मिलकर एक अधिकारी पर बेहूदा हरकतें करने के आरोप लगाए थे. महिला प्रधान का कहना है कि अधिकारी उसे अपने क्वार्टर में अकेले आने को कहता है, लेकिन सरकाघाट उपमंडल के ही दो दर्जन से अधिक पंचायत प्रतिनिधियों ने इन आरोपों को नकार दिया है.
दो दर्जन से भी अधिक पंचायतों के प्रधानों, बीडीसी अध्यक्ष व सदस्यों ने मंडी पहुंच कर डीसी और एसपी को लिखित तौर पर बयान दिया कि अधिकारी पर लगाए गए आरोप सही नहीं है. पंचायत समिति गोपालपुर की अध्यक्ष निशा देवी, पौंटा की प्रधान शंकुतला देवी, बकारटा के दीप चंद, पिंगला की अनीता देवी, खुडला की राजकुमारी, धनालग की भगवति देवी, रत्तन चंद वर्मा भांवला के उपप्रधान.
बलद्वाड़ा के सूरत राम, अश्वनी कुमार समैला, अमर सिंह नवाणी, बबली देवी नशेला, मीरा देवी गोपालपुर, रमा देवी खलारड़ू , किरण बाला मसेरन, संतोषी देवी रखोटा, मलका देवी नवाही, प्रोमिला बीडीसी मसेरन, सरला देवी बीडीसी धनालग तथा लता देवी प्रधान बाग आदि ने कहा कि गोपालपुर विकास खंड में अधिकांश पंचायत प्रधान महिलाएं हैं और वह इस बात की पुष्टि करती हैं कि अधिकारी पर लगाए जा रहे आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है.
महिला पंचायत प्रधानों ने डीसी के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए कहा कि है कि वह भी लगातार अधिकारी के पास जाती हैं, लेकिन कभी भी कोई अनुचित व्यवहार उनके साथ नहीं हुआ बल्कि वह विकास कार्यों को गति दे रहे हैं. इस दौरान इन सभी ने डीसी और एसपी से आग्रह किया गया कि इस मामले की निष्पक्षता से जांच की जाए जिससे सही स्थिति सामने आ सके.