नाचन/मंडी : जिला मंडी के तहत आने वाले पुलिस थाना गोहर में दर्ज फर्जी दिव्यांगता सर्टिफिकेट बनाने के मामले में अब पुलिस की जांच एफएसएल की रिपोर्ट पर टिक गई है. मामले में दिव्यांगता पेंशन लेने आए आवेदनों में से विभाग को कुछ फर्जी दस्तावेज बरामद हुए थे.
पुलिस ने इसे लेकर मामला दर्ज कर एक व्यक्ति को भी मामले में नामजद किया है. आरोपी ने हाईकोर्ट में अपनी अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है, जो अभी विचाराधीन है. वहीं, पुलिस ने मामले में व्यक्ति की लिखावट के नमूने लिए हैं.
बता दें कि जनवरी में कुछ स्थानीय लोगों ने दिव्यांगता पेंशन के लिए विभाग को आवेदन किया था. दस्तावेजों की जांच के बाद दिए गए दिव्यांगता प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए थे. इस पर विभागीय अधिकारी की ओर से सूचित करने के बाद पुलिस ने इस मामले में लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी.
वहीं, जांच के दौरान पुलिस को लोगों ने बताया था कि अस्पताल में मिले एक व्यक्ति से उन्होंने यह प्रमाण पत्र बनवाए हैं. इसके बाद पुलिस ने जांच को आगे बढ़ाते हुए एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुलाया और उसकी लिखावट के नमूने लिए हैं, जिनका एफएसएल में मिलान किया जा रहा है.
इसकी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस इस मामले में अगली कार्रवाई करेगी. एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि फर्जी प्रमाणपत्र मामले में एक व्यक्ति के लिखावट के नमूने जांचने के लिए भेजे हैं. इसकी रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी.
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