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मंडी में बर्फबारी से 51 सड़कों पर यातायात ठप, जनजीवन अस्त-व्यस्त

मंडी में बारिश और बर्फबारी से करीब 51 सड़क मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए हैं. कई हिस्सों में पानी और बिजली की सुविधा भी लोगों को नहीं मिल पा रही हैं. वहीं, किसान और बागवान बर्फबारी से खुश हैं.

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Published : Jan 8, 2020, 10:37 AM IST

51 road blocked in mandi
51 road blocked in mandi

मंडीः जिला मंडी में बुधवार को भी बर्फबारी और बारिश का दौर जारी है. बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मंगलवार को भी सराज, नाचन, करसोग, बरोट, पराशर, चौहारघाटी सहित अन्य स्थानों पर बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा. सराज के धार्मिक स्थल शिकारी देवी में करीब दो फीट तक बर्फबारी हुई है. वहीं शैटाधार व कमरूनाग में एक फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है.

भारी बर्फबारी से जिला मंडी के 51 सड़क मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए है. वहीं, पाइपों में पानी जाम होने से पेयजल की दिक्कतें भी आ रही हैं. सराज घाटी में बर्फबारी के चलते कई जगह बिजली भी गुल है. बर्फबारी के चलते सराज की कई सड़कों पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है.

वीडियो.

हालांकि इन सड़कों पर छोटे वाहनों की आवाजाही जारी है. सड़क बंद होने के कारण स्कूली बच्चों, बजुर्गों सहित क्षेत्र के लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए पैदल सफर करना पड़ा. इन सड़कों में बंजार-गाड़ागुशैनी-खौली, जंजैहली-छतरी, गाड़ागुशैणी-टपनाली-घाट, गाड़ागुशैणी-छतरी, छतरी-जंजैहली, सुधराणी-थाटा, खौली-छाछगलू, मार्ग बंद हैं.

वहीं, पंजाई-थाची-डीडर, थलौट-चलौट, चौलचौक-करसोग, देवीदहड़-जहल, मशोगल-जाछ, लंबाथाच-शीलहिबागी, बसन-सोमगाड, नारायण-गलु-डिडर, बिझड़-नारायण-शैटाधार, थाटा-समलवास, भौंचड़ी-कांढा, थाच-कसौड, पंडोह-सराची, सुर्द्ध-माहुधार, नलवागी, छतरी-जंजैहली-वाया लसी, जंजैहली-मगरूगला, जंजैहली-बखरोत-शिकारी देवी सहित अन्य सड़कें भी बर्फबारी से अवरूद्ध है.

पानी को तरस गए ग्रामीण

सराज के बुंग, डीडर, खलवाण, गाड़ागुशैणी, थाचाधार, खौली, टील, घाट सहित अन्य गांवों में पेयजल के पाइप जाम होने के कारण पेयजल सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई है. यहां के लोगों को पानी के लिए भारी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. कई लोग बर्फ को पिघलाकर पानी की जरूरत को पूरा कर रहे हैं. उधर, प्राकृतिक जल स्रोत भी बर्फ से बंद हो गए हैं.

ये भी पढ़ें- मकर सक्रांति मेले के लिए मंडी पुलिस कर रही खास तैयारी, पर्यटकों को नहीं होगी परेशानी

सेब और अन्य फसलों के लिए संजीवनी बनी बर्फबारी

जिला मंडी में हुई बर्फबारी गेहूं और सेब की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद जग गई है. बर्फबारी से किसान और बागवान चहक उठे हैं. वहीं, विभागीय अफसर भी आश्वस्त है कि यह बारिश फसलों के लिए लाभप्रद होगी. किसानों की मानें तो पिछले काफी समय से बारिश नहीं हो रही थी. इससे गेहूं की फसल खासी प्रभावित हो रही थी. किसान विकास गुप्ता ने बताया बारिश होने से अब गेहूं की बढ़िया फसल होने की उम्मीद है. वहीं, बागवान भी बर्फबारी से काफी खुश है.

जनजीवन सामान्य करने के लिए प्रयास जारी

डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मंडी जिला के बर्फबारी प्रभावित ऊपरी क्षेत्रों में आम जनजीवन सामान्य करने के लिए प्रशासन और विभाग कार्य कर रहे है. यातायात, विद्युत व्यवस्था बहाल करने के साथ ही अन्य जरूरी सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्य जारी है.

ये भी पढ़ें- 7900 करोड़ रुपये का राज्य योजना आकार प्रस्तावित, 2019-20 की तुलना में 11 प्रतिशत की वृद्धि

मंडीः जिला मंडी में बुधवार को भी बर्फबारी और बारिश का दौर जारी है. बारिश और बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मंगलवार को भी सराज, नाचन, करसोग, बरोट, पराशर, चौहारघाटी सहित अन्य स्थानों पर बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा. सराज के धार्मिक स्थल शिकारी देवी में करीब दो फीट तक बर्फबारी हुई है. वहीं शैटाधार व कमरूनाग में एक फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है.

भारी बर्फबारी से जिला मंडी के 51 सड़क मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए है. वहीं, पाइपों में पानी जाम होने से पेयजल की दिक्कतें भी आ रही हैं. सराज घाटी में बर्फबारी के चलते कई जगह बिजली भी गुल है. बर्फबारी के चलते सराज की कई सड़कों पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है.

वीडियो.

हालांकि इन सड़कों पर छोटे वाहनों की आवाजाही जारी है. सड़क बंद होने के कारण स्कूली बच्चों, बजुर्गों सहित क्षेत्र के लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए पैदल सफर करना पड़ा. इन सड़कों में बंजार-गाड़ागुशैनी-खौली, जंजैहली-छतरी, गाड़ागुशैणी-टपनाली-घाट, गाड़ागुशैणी-छतरी, छतरी-जंजैहली, सुधराणी-थाटा, खौली-छाछगलू, मार्ग बंद हैं.

वहीं, पंजाई-थाची-डीडर, थलौट-चलौट, चौलचौक-करसोग, देवीदहड़-जहल, मशोगल-जाछ, लंबाथाच-शीलहिबागी, बसन-सोमगाड, नारायण-गलु-डिडर, बिझड़-नारायण-शैटाधार, थाटा-समलवास, भौंचड़ी-कांढा, थाच-कसौड, पंडोह-सराची, सुर्द्ध-माहुधार, नलवागी, छतरी-जंजैहली-वाया लसी, जंजैहली-मगरूगला, जंजैहली-बखरोत-शिकारी देवी सहित अन्य सड़कें भी बर्फबारी से अवरूद्ध है.

पानी को तरस गए ग्रामीण

सराज के बुंग, डीडर, खलवाण, गाड़ागुशैणी, थाचाधार, खौली, टील, घाट सहित अन्य गांवों में पेयजल के पाइप जाम होने के कारण पेयजल सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई है. यहां के लोगों को पानी के लिए भारी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. कई लोग बर्फ को पिघलाकर पानी की जरूरत को पूरा कर रहे हैं. उधर, प्राकृतिक जल स्रोत भी बर्फ से बंद हो गए हैं.

ये भी पढ़ें- मकर सक्रांति मेले के लिए मंडी पुलिस कर रही खास तैयारी, पर्यटकों को नहीं होगी परेशानी

सेब और अन्य फसलों के लिए संजीवनी बनी बर्फबारी

जिला मंडी में हुई बर्फबारी गेहूं और सेब की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद जग गई है. बर्फबारी से किसान और बागवान चहक उठे हैं. वहीं, विभागीय अफसर भी आश्वस्त है कि यह बारिश फसलों के लिए लाभप्रद होगी. किसानों की मानें तो पिछले काफी समय से बारिश नहीं हो रही थी. इससे गेहूं की फसल खासी प्रभावित हो रही थी. किसान विकास गुप्ता ने बताया बारिश होने से अब गेहूं की बढ़िया फसल होने की उम्मीद है. वहीं, बागवान भी बर्फबारी से काफी खुश है.

जनजीवन सामान्य करने के लिए प्रयास जारी

डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मंडी जिला के बर्फबारी प्रभावित ऊपरी क्षेत्रों में आम जनजीवन सामान्य करने के लिए प्रशासन और विभाग कार्य कर रहे है. यातायात, विद्युत व्यवस्था बहाल करने के साथ ही अन्य जरूरी सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए कार्य जारी है.

ये भी पढ़ें- 7900 करोड़ रुपये का राज्य योजना आकार प्रस्तावित, 2019-20 की तुलना में 11 प्रतिशत की वृद्धि

Intro:मंडी। मंडी जिला में तीन दिनों से लगातार हो रही बर्फबारी और अब बारिश आमजनों के लिए आफत बन गई है। बीते मंगलवार को भी सराज, नाचन, करसोग, बरोट, पराशर, चौहारघाटी सहित अन्य स्थानों पर बारिश और बर्फबारी का दौर जारी रहा है। सराज के धार्मिक स्थल शिकारी देवी में करीब दो फीट तक ताजा बर्फबारी हुई है। वहीं शैटाधार व कमरूनाग में एक फीट तक ताजा बर्फबारी दर्ज की गई।
Body:भारी बर्फबारी से जिले के 51 सड़क मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गए है। वहीं, पाइपों में पानी जाम होने से पेयजल दिक्कतें भी आ रही हैं। सराज घाटी में बर्फबारी के चलते बिजली, पानी की समस्याएं आ रही हैं। बर्फबारी के चलते सराज की कई सड़कों पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। हालांकि इन सड़कों पर छोटे वाहनों की आवाजाही जारी है। सड़क बंद होने के कारण स्कूली बच्चों, बजुर्गों सहित क्षेत्र के लोगों को अपने घरों तक पहुंचने के लिए पैदल सफर करना पड़ा। इन सड़कों में बंजार-गाड़ागुशैनी-खौली, जंजैहली-छतरी, गाड़ागुशैणी-टपनाली-घाट, गाड़ागुशैणी-छतरी, छतरी-जंजैहली, सुधराणी-थाटा, खौली-छाछगलू, पंजाई-थाची-डीडर, थलौट-चलौट, चौलचौक-करसोग, देवीदहड़-जहल, मशोगल-जाछ, लंबाथाच-शीलहिबागी, बसन-सोमगाड, नारायण-गलु-डिडर, बिझड़-नारायण-शैटाधार, थाटा-समलवास, भौंचड़ी-कांढा, थाच-कसौड, पंडोह-सराची, सुर्द्ध-माहुधार, नलवागी, छतरी-जंजैहली-वाया लसी, जंजैहली-मगरूगला, जंजैहली-बखरोत-शिकारी देवी सहित अन्य सड़कें बर्फबारी से अवरूद्ध है।
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पानी को तरस गए ग्रामीण
सराज के बुंग, डीडर, खलवाण, गाड़ागुशैणी, थाचाधार, खौली, टील, घाट सहित अन्य गांवों में पेयजल के पाइप जाम होने के कारण पेयजल सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई है। यहां के लोगों को पानी के लिए भारी जद्दोजहद करनी पड़ रही है। कई लोग बर्फ को पिघलाकर पानी की जरूरत को पूरा कर रहे हैं। उधर, प्राकृतिक जल स्रोत भी बर्फ से बंद हो गए हैं।
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सेब और अन्य फसलों के लिए संजीवनी बनी बर्फबारी
जिले में हुई अच्छी बर्फबारी गेहूं और सेब की पैदावार बेहतर होने की उम्मीद जग गई है। बर्फबारी से किसान और बागवान चहक उठे हैं। वहीं, विभागीय अफसर भी आश्वस्त है कि यह बारिश फसलों के लिए लाभप्रद होगी। किसानों की मानें तो पिछले काफी समय से बारिश नहीं हो रही थी। इससे गेहूं की फसल खासी प्रभावित हो रही थी। बताया बारिश होने से अब गेहूं की बढ़िया फसल होने की उम्मीद है। वहीं, बागवान भी बर्फबारी से काफी खुश है।

बाइट - विकास गुप्ता, किसान

Conclusion:जनजीवन सामान्य करने को प्रयास जारी: डीसी
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि मंडी जिला के बर्फबारी प्रभावित ऊपरी क्षेत्रों में आम जनजीवन सामान्य करने के लिए प्रशासन और विभाग दिन रात कार्य कर रहे है। यातायात, विद्युत व्यवस्था बहाल करने के साथ ही अन्य आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए युद्धस्तर पर कार्य जारी है।
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