करसोग: जिला मंडी के तहत करसोग में गरीब परिवारों के घर का सपना अब जल्द ही साकार होने वाला है. प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के अंतर्गत मकानों की स्वीकृति दे दी है. ऐसे में क्षेत्र के गरीब, पिछड़े व अल्प संख्यक वर्ग लोगों को जल्द ही अपना पक्का घर नसीब होगा. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के माध्यम से संचालित की जाने वाली स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के अन्तर्गत चालू वित्त वर्ष में उपमंडल में जरूरतमंद परिवारों के लिए 215 मकान स्वीकृत किए गए हैं.
3 करोड़ खर्च करेगी सरकार: स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत स्वीकृत किए गए मकानों के निर्माण पर सरकार 3 करोड़ खर्च करेगी. इस योजना के तहत चयनित लाभार्थी को प्रति मकान 1 लाख 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी. करसोग के लिए पहली बार एक साथ इतनी अधिक संख्या में मकान स्वीकृत हुए हैं. पिछले वर्षों के आंकड़े पर गौर करें तो क्षेत्र के लिए कभी भी स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के तहत एक वर्ष में 60 से अधिक मकान एक साथ स्वीकृत नहीं हुए थे. वहीं, चालू वित्त वर्ष में सरकार ने एक साथ 215 मकानों की स्वीकृति दी है.
दो किस्तों में मिलेगा पैसा: योजना के अन्तर्गत घर बनाने के लिए चयनित सभी पात्र लाभार्थियों को मकान बनाने के लिए दो किस्तों में पैसा दिया जाएगा. उपमंडल में 215 घरों का निर्माण कार्य शुरू करवाने के लिए विभाग की ओर से करीब डेढ़ करोड़ की पहली किश्त जारी की जाएगी. योजना के तहत पहली किश्त के रूप में लाभार्थियों को 75 हजार की पहली किश्त जारी होगी. इसमें योजना का लाभ उठाने वाले परिवारों को शौचालय सहित 2 कमरों का घर बनाने के लिए नींव स्तर तक के कार्य को पूरा करना होगा. वहीं दूसरी किश्त इसके बाद जारी होगी. जिसके लिए विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर है.
तहसील कल्याण अधिकारी भोपाल शर्मा का कहना है कि स्वर्ण जयंती आश्रय योजना के अन्तर्गत चालू वित्त वर्ष में 215 मकान स्वीकृत हुए है. इस योजना का लाभ लेने के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्प संख्यक वर्ग, विशेष रूप से विधवा, बेसहारा, एकल नारी ही पात्र हैं. उन्होंने कहा कि योजना के अन्तर्गत वित्तीय सहायता प्रदान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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