लाहौल-स्पीति: पिछले दो दिनों से हिमाचल में हो रही बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. भारी बारिश की वजह से बाढ़ और लैंडस्लाइड (Landslide) का खतरा भी बढ़ गया है. बीते बुधवार को जिले में आई बाढ़ से जाहलमा पुल के बहने से सैकड़ों लोग आर-पार फंस गए थे. स्थानीय युवक बलराम ने अपनी जान पर खेलकर 25 से ज्यादा लोगों को उफनता हुआ नाला भी पार करवाया.
स्थानीय लोगों ने बलराम के इस हिम्मत की दाद देते हुए कहा कि उसकी मदद से वे अब अपने घरों तक सकुशल पहुंच गए हैं. इसके अलावा युवक बलराम ने कुछ पर्यटकों को भी नाला पार करवाने में मदद की. घाटी के युवाओं ने इसका एक वीडियो बनाकर भी सोशल मीडिया में वायरल किया है, जिसमें बलराम अपनी जान को जोखिम में डालकर लोगों को नाला पार करवा रहा है.
जाहलमा पुल बहने के चलते कई इलाकों का आपसे संपर्क कट गया है, तो वहीं स्थानीय लोग भी इस आपदा में फंस गए थे. ऐसे में वे भी अपने-अपने स्थानों की ओर जाने का वह भी प्रयास करने लगे. लेकिन इसमें वे सफल नहीं हो पाए. युवक बलराम ने जब लोगों की इस स्थिति को देखा तो उन्होंने नाला पार करवाने में लोगों की मदद करनी शुरू कर दी और 25 से अधिक लोगों को सुरक्षित जाहलमा नाला पार करवाया.
युवक बलराम का कहना है कि लाहौल घाटी (Lahaul Valley) में ऐसी त्रासदी उन्होंने पहले कभी नहीं देखी थी. इस त्रासदी के कारण घाटी की कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं तो वहीं जाहलमा पुल भी बाढ़ की भेंट चढ़ गया है. वह स्थानीय लोगों को नाला पार करवाने में लोगों की मदद कर रहे हैं ताकि लोग सकुशल अपने अपने घरों तक पहुंच सके.
जिले में आई बाढ़ की वजह से उदयपुर उपमंडल (Udaipur Sub Divison) में कई जगहों पर करीब 221 लोग फंस गए हैं. इनमें 30 से अधिक पर्यटक शामिल हैं. जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) चला रहा है. इस रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी खुद कैबिनेट मिनिस्टर रामलाल मरकंडा कर रहे हैं.
आपको बता दें कि प्रदेश के कई जिलों पिछले दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से हुए लैंडस्लाइड और बाढ़ की चपेट में आने से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. लाहौल स्पीति में पिछले दिनों आई बाढ़ की वजह से 7 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, जबकि 3 लोग अभी भी लापता हैं. वहीं, शुक्रवार की सुबह में सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में हुए लैंडस्लाइड में नेशनल हाइवे-707 (National Highway-707) खाई में धंस गया. गुरुवार की राजधानी शिमला में सीएम आवास का डंगा धंस गया था, हालांकि इस हादसे में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ. स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन आस-पास के 4 घरों में रह रहे करीब 35 लोगों को सर्किट हाउस में शिफ्ट कर दिया था.
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