लाहौल-स्पीति: जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति में कोरोना संक्रमण के मामलों में अब कमी आने लगी है, वहीं कोविड से ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ रही है. उपायुक्त लाहौल स्पीति पंकज राय ने बताया कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों से पिछले दिनों कोविड के बढ़ रहे मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए लाहौल में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति का कोविड टेस्ट अनिवार्य किया गया है और इसके लिए सिस्सु में कोविड टेस्टिंग केंद्र स्थापित करके प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक प्रत्येक आने वाले का कोविड टेस्ट किया जा रहा है.
अक्षम लोगों को मुहैया करवाए जा रहे वाहन
लाहौल घाटी में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को टीकाकरण केंद्र पर आने में परेशानी न हो.इसके लिए रेड क्रॉस की ओर से लोगों को वाहन भी मुहैया करवाए जा रहे हैं. रेड क्रॉस के वाहन शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के घर जा रहे हैं और वहां से लोगों को वाहन में बैठाकर टीकाकरण केंद्र लाया जा रहा है. उसके बाद वापस लोगों को उनके घरों तक छोड़ा जा रहा है इससे शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को कोविड टीकाकरण में काफी मदद मिल रही है.
क्या कहते हैं दिव्यांग सुरेंद्र कुमार
लाहौल घाटी के रहने वाले दिव्यांग सुरेंद्र कुमार का कहना है कि जिला प्रशासन के द्वारा ही अच्छी पहल की गई है. ताकि शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति भी अब कोविड टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंच सकें. इससे जिले में कोरोना के संक्रमण को रोकने में भी काफी फायदा मिलेगा.
डीसी पंकज राय ने दी ये जानकारी
डीसी पंकज राय ने जानकारी देते हुए कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण बाहर से आने वाले कामगारों की बड़ी संख्या में प्रवेश को देखते हुए प्रशासन ने काफी समय पूर्व ही बाहर से आने वाले कामगारों के लिए कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिए थे जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मनाली में तैनात कर दी गई थी.
लाहौल में प्रवेश से पहले करवाए जा रहे कोविड टेस्ट
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन लाहौल के द्वारा हर आगन्तुक के लिए सिस्सू हेलिपैड में एक टेस्टिंग सेंटर स्थापित कर कोविड टेस्ट अनिवार्य कर दिया. अभी जिले में सक्रिय मामलों की संख्या 93 है, और संक्रमितों के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है.