लाहौल स्पीति: जिला लाहौल स्पीति के सरकारी डिपो में भेजे गए राशन के सैंपल खाद्य आपूर्ति विभाग के द्वारा चेक किए जाएंगे. सैंपल की रिपोर्ट सही पाए जाने के बाद ही अब लोगों को सरकारी डिपो में मिलने वाले राशन का वितरण किया जाएगा. बीते दिनों एक्सपायरी डेट का आटा लाहौल घाटी में पहुंचने का मामला जोरों से उठा था. इसके बाद लोगों ने इस बारे सोशल मीडिया में शिकायत की थी कि लाहौल घाटी में एक्सपायरी डेट का आटा लोगों में वितरित किया जा रहा है. जिस पर अब खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के द्वारा संज्ञान लिया गया है.
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने लिया संज्ञान
लाहौल पौटेटो सोसायटी के उपाध्यक्ष मंगल चंद ठाकुर ने इस बारे सोशल मीडिया में एक आटे की बोरी का फोटो भी जारी किया था. जिस पर बोरी में आटे की एक्सपायरी डेट भी अंकित थी. ऐसे में खाद्य आपूर्ति विभाग ने आटे के साथ तीनों दालों के सैंपल मंगवाए हैं. जिसकी रिपोर्ट आने तक इन खाद्यान्नों का वितरण नहीं किया जाएगा. गौर रहे कि लाहौल घाटी में पूरे वर्ष के लिए अग्रिम रूप से आटे और दालों की जुलाई से अक्तूबर तक सप्लाई की जाती है और थोक गोदामों में ब्रिकी जुलाई से लेकर नवंबर माह तक होती है.
2200 क्विंटल आटा शेष रह गया था.
2020-21 के लिए भी खाद्य वस्तुओं के साथ आटे की आपूर्ति की गई थी. हर वर्ष खाद्यान्नों की काफी मात्रा वितरण के बाद शेष रह जाती है. निगम की ओर से जारी परमिटों अनुसार बिक्री करने के बाद थोक गोदाम कारगा और उदयपुर में अन्य खाद्य वस्तुओं के साथ 2200 क्विंटल आटा शेष रह गया था.
सैंपल चेक होने के बाद होगा वितरण
निगम की कार्यकारी निदेशक डॉ. तनुजा जोशी ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र लाहौल घाटी में थोक गोदाम कारगा और उदयपुर में शेष बचे आटे, दालों के स्टॉक की गुणवत्ता जांचने के लिए निगम ने गोदाम प्रभारियों से सैंपल मंगवा लिए हैं और जल्द ही जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. लैब टेस्टिंग रिपोर्ट आने के बाद ही आटे व दालों का आवंटन किया जाएगा.
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