कुल्लू: मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने जिला कुल्लू में तीन से छह सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसको लेकर जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है. सभी एसडीएम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.
मौसम विज्ञान केंद्र ने तीन सितंबर को जिला में येलो अलर्ट जारी कर भारी बारिश की बात कही है. हालांकि, जिले में इन दिनों सेब का सीजन भी युद्धस्तर पर चल रहा है. ऐसे में बारिश से सेब तुड़ान प्रभावित हो सकता है. इसके अलावा व्यास नदी के किनारे रहने वाले लोगों को भी बारिश को देखते हुए सतर्कता बरतने को कहा गया है.
वहीं, जिला लाहौल स्पीति की ऊंची चोटियों पर भी बर्फ के हल्के फाहे गिरे हैं, जिससे लाहौल घाटी में हल्की ठंड भी हो गई है. गौरतलब है कि जिला में बीते सप्ताह भारी बारिश से दो दिन के भीतर चार जगह बादल फटे थे. इससे करीब डेढ़ करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. मौसम खराब रहने से जिला में सेब का तुड़ान भी रूक गया है. गुरुवार को बागवान सेब का तुड़ान नहीं कर सके.
साथ ही बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन होने से एक दर्जन के करीब मार्ग प्रभावित हो गए हैं, जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा है. वहीं, लगातार हो रही बारिश से व्यास नदी सहित सभी नदी नाले उफान पर हैं. एडीएम कुल्लू एसके पराशर ने कहा कि बरसात का मौसम अभी खत्म नहीं हुआ है. ऐसे में जिलावासियों को आने वाले दिनों में होने वाली बारिश को लेकर अलर्ट कर दिया गया है.
उन्होंने कहा कि नदी नालों का जलस्तर भी बहुत बढ़ गया है. पुलिस अधीक्षक कुल्लू गौरव सिंह ने कहा कि बारिश के दौरान लोगों को रात के समय भूस्खलन से अति संवेदनशील सड़कों पर सफर से बचना चाहिए. बारिश में भूस्खलन के साथ पत्थरों के गिरने का खतरा बना रहता है.
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