कुल्लू: भुंतर मेला ग्राउंड में वर्ल्ड बिग स्लीप आउट डे का आयोजन किया गया. इसमें कुल्लू के करीब 70 लोगों ने खुले आसमान के नीचे रात गुजारी. बेघरों की आवाज को बुलंद करने के लिए दुनियाभर में लाखों लोगों ने खुले आसमान के नीचे रात बिताई.
भारत के करीब 26 शहरों में इसका आयोजन किया गया. आयोजन का मकसद सरकारों को बेघर लोगों के लिए ठोस कदम उठाना और आम समाज को इनके प्रति जागरूक व संवेदनशील करना है.ज्यादातर बेघर लोग जो रात को सड़कों के किनारे फुटपाथ पर, बस स्टॉप पर पार्कों आदि में सोते हैं. ज्यादा ठंड या गर्मी के कारण छोटी-छोटी बीमारियों के इलाज के अभाव में मर जाते हैं. प्रशासन भी ऐसे लोगों को अपने शहरों से खदेड़ने का काम करता है.
इसी कारण ऐसे लोग ज्यादातर एक शहर से दूसरे शहर में भटकते रहते हैं. ऐसे लोगों की सरकार भी कोई सहायता नही करती.