मनाली: विश्व विख्यात रोहतांग दर्रे को एक बार फिर बीआरओ के जवानों द्वारा दिन रात माईन्स तापमान और बर्फीले हवाओं के बीच में कार्य कर बहाल कर दिया है, लेकिन दर्रा बहाल होने के बाद भी रोहतांग दर्रा पार करने वालों की दिक्कतें कम नही हुई है. फिर वह चाहे जिला लाहौल स्पीती के स्थानीय लोग हों या कोई और. बीआरओ के जवनों के द्वारा तो वैसे रोहतांग दर्रे पर मनाली लेह मार्ग से बर्फ को हटा कर मार्ग को मनाली से केलांग के मध्य बहाल कर दिया है, किन्तु मार्ग बहाल मार्ग होने के बाद भी दर्रे पर वाहन नहीं चल पा रहे हैं. जिसके कारण घाटी के बाशिदों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
रोहतागं दर्रे पर वाहनों के न चलने का कारण है दर्रे पर माइनस तापमान का होना और मार्ग पर जम चुकी बर्फ और पानी जिसके कारण मार्ग पर काफी फिसलन हो गयी है. सड़क पर जम चुकी बर्फ और पानी के कारण दर्रे पर फिसलन अधिक होने से कोई भी वाहन इस मार्ग पर चलाना खतरे से खाली है. ऐसे में लोगों की सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने रोहतांग दर्रे की तरफ जाने वाले सभी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है और किसी भी वाहन को गुलाबा चैक पोस्ट से आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है.
मनाली एसडीएम रमन घरसंगी बताया कि बीआरओ के जवानों के द्वारा रोहतांग दर्रा बहाल कर दिया गया है लेकिन सड़क पर बर्फ और पानी के जम जाने से सड़क पर काफी अधिक फिसलन हो गई है. ऐसे में आम लोगों की सुरक्षा को देखते हुए रोहतांग दर्रे की तरफ जाने वाले सभी वाहनों पर रोक लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि जब तक दर्रे पर सड़क पर से जमी बर्फ हट नहीं जाती तब किसी को भी वाहन को दर्रा पार करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. जैसे ही हालात ठीक होंगे उसके बाद वाहन आसानी से दर्रे पर से गुजर सकेंगे.
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