कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों जो बरसात व बाढ़ आई उससे करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. ऐसे में जिला कुल्लू और मंडी में ब्यास नदी ने भी काफी तबाही मचाई है. ब्यास नदी के कारण किस तरह से यह तबाही हुई. इसके कारणों का भी पता लगाया जाएगा और इसके लिए एक विशेषज्ञों की कमेटी का भी गठन कर लिया गया है. जो ब्यास नदी में हुई तबाही के कारणों का भी पता लगाएगी. यह बात कुल्लू पहुंचे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कही.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि विशेषज्ञों की कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में ब्यास नदी में बाढ़ के कारण होने वाले नुकसान से बचने के लिए भी जरूरी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू में बाढ़ के तबाही बहुत ज्यादा हुई है और ब्यास नदी ने करोड़ों रुपए की संपत्ति को बहा दिया है. ऐसे में अब आने वाले समय में ब्यास नदी के बारे में भी अध्ययन किया जाएगा. वहीं, विशेषज्ञों की जो रिपोर्ट आएगी. उसके बाद मुख्यमंत्री को भी दिल्ली बुलाया जाएगा और बाढ़ से बचने के लिए जो भी जरूरी कदम होंगे वह सब उठाए जाएंगे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह को भी एक कमेटी बनाने का सुझाव दिया. जो ब्यास नदी में सिलट और पत्थर से ऊपर पानी को चढ़ने से रोकने के बारे में सुझाव देगी, ताकि पानी का बहाव सीधा हो सके और बाढ़ में किसी प्रकार का नुकसान ना हो. इसके अलावा नदी से निकलने वाले पत्थरों से एनएचएआई नदी के किनारे बड़ी-बड़ी दीवारे लगाने का काम करेगा, ताकि बरसात के दौरान नुकसान कम हो.
हिमाचल को सेतु भारतम परियोजना-सीआरएफ में 350 करोड़ मिलेंगे: वहीं, हिमाचल में नेशनल हाईवे और पुलों को जो भी नुकसान हुआ है. उसे ठीक किया जाएगा और उसका पूरा खर्च एनएचएआई के द्वारा किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि राज्य के आग्रह पर हाईवे की मरम्मत के लिए 80 करोड़ रुपये की राशि की रिलीज की जाएगी. इसके अलावा सीआरएफ और सेतु भारत योजना के तहत भी 350 करोड़ रुपए दिए जाएंगे. वहीं, हमीरपुर जिले के रंगस में 50 करोड़ रुपए की लागत से 15 किलोमीटर लंबी सड़क और में 53 करोड़ रुपए की लागत से शाहपुर से चौरी सड़क के लिए मंजूरी दे दी गई है.
रोपवे के लिए 250 करोड़ रुपये: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि बिजली महादेव रोपवे का कार्य जल्द शुरू होगा और 15 अगस्त का काम अवार्ड कर दिया जाएगा. इस रोपवे के निर्माण के लिए 250 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी. इससे पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बजौरा से लेकर मनाली तक जगह-जगह फोर लेन का सर्वे भी किया. वहीं, बाढ़ से प्रभावित ग्रामीणों ने भी केंद्रीय मंत्री से मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि जल्द से जल्द सड़कों को दुरुस्त किया जाए, ताकि यहां से वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सके.