ETV Bharat / state

कुल्लू में स्क्रब टायफस के 12 मामले आए सामने, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की दी सलाह

स्क्रब टायफस के सबसे अधिक मामले बंजार के साथ मणिकर्ण, औट और भुंतर क्षेत्र से आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो लोगों को स्क्रब टायफस को लेकर शिविरों के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है.

कुल्लू में स्क्रब टायफस के 12 मामले आए सामने, स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की दी सलाह
author img

By

Published : Sep 14, 2019, 2:16 PM IST

कुल्लू: जिला में स्क्रब टायफस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. कुल्लू अस्पताल में भुंतर के खोखन से पहुंचे एक मरीज की जांच की गई तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. पिछले दो सप्ताह के भीतर जिले में स्क्रब टायफस के मरीजों की संख्या 12 पहुंच गई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है.

मरीजों का कुल्लू अस्पताल में इलाज चल रहा है. कुछ मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है. स्क्रब टायफस के लगातार आ रहे मामलों को लेकर लोग चिंतित हैं.

वीडियो

बता दें कि स्क्रब टायफस के सबसे अधिक मामले बंजार के साथ मणिकर्ण, औट और भुंतर क्षेत्र से आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो लोगों को स्क्रब टायफस को लेकर शिविरों के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है.

कुल्लू अस्पताल में तैनात जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस पर नजर रखे हुए हैं. जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में स्क्रब टायफस की दवाइयां भी निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर बुखार की शिकायत हो तो लोग स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उपचार करवाएं.

बता दें कि स्क्रब टायफस के लक्षण तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक आना, जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार, शरीर में अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजूओं के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना हैं.

ये भी पढ़ें: लापरवाही: सरकारी पैसे की बर्बादी, पत्थर में तब्दील हुईं सीमेंट की 130 बोरियां

इससे बचाव को लेकर लोग शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें, घर और आसपास के वातावरण को साफ रखे, घर के चारों ओर घास न उगने दें, घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें.

कुल्लू: जिला में स्क्रब टायफस के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है. कुल्लू अस्पताल में भुंतर के खोखन से पहुंचे एक मरीज की जांच की गई तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. पिछले दो सप्ताह के भीतर जिले में स्क्रब टायफस के मरीजों की संख्या 12 पहुंच गई है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है.

मरीजों का कुल्लू अस्पताल में इलाज चल रहा है. कुछ मरीजों की हालत गंभीर होने पर उन्हें आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया है. स्क्रब टायफस के लगातार आ रहे मामलों को लेकर लोग चिंतित हैं.

वीडियो

बता दें कि स्क्रब टायफस के सबसे अधिक मामले बंजार के साथ मणिकर्ण, औट और भुंतर क्षेत्र से आए हैं. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो लोगों को स्क्रब टायफस को लेकर शिविरों के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है.

कुल्लू अस्पताल में तैनात जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस पर नजर रखे हुए हैं. जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में स्क्रब टायफस की दवाइयां भी निशुल्क उपलब्ध करवाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर बुखार की शिकायत हो तो लोग स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उपचार करवाएं.

बता दें कि स्क्रब टायफस के लक्षण तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक आना, जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार, शरीर में अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजूओं के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना हैं.

ये भी पढ़ें: लापरवाही: सरकारी पैसे की बर्बादी, पत्थर में तब्दील हुईं सीमेंट की 130 बोरियां

इससे बचाव को लेकर लोग शरीर की सफाई का विशेष ध्यान रखें, घर और आसपास के वातावरण को साफ रखे, घर के चारों ओर घास न उगने दें, घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें.

Intro:कुल्लू
कुल्लू में थमने का नाम नही ले रहा स्क्रब टायफसBody:


बरसात खत्म होने के बाद भी जिले में स्क्रब टायफस के मामले नहीं रुक रहे हैं। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में शुक्रवार को भुंतर के खोखन से पहुंचे एक मरीज की जांच की तो वह पॉजिटिव पाया गया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग इस पर नजर बनाए हुए हैं। लोगों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है। पिछले दो सप्ताह के भीतर जिले में स्क्रब टायफस के मरीजों की संख्या 12 पहुंच गई है। इन मरीजों का कुल्लू अस्पताल में उपचार करवाया गया है। कुछ को आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया। स्क्रब टायफस के लगातार आ रहे मामलों को लेकर लोग चिंतित हैं। बंजार के साथ मणिकर्ण, औट तथा भुंतर क्षेत्र से अधिक आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो लोगों को स्क्रब टायफस को लेकर शिविरों के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है। कुल्लू अस्पताल में तैनात जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील चंद्र शर्मा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग इस पर नजर रखे हुए हैं। जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में स्क्रब टायफस की दवाइयां मुफ्त उपलब्ध हैं। कहा कि अगर बुखार की शिकायत हो तो लोग स्वास्थ्य केंद्र में जाकर उपचार करवाएं। स्क्रब टायफस के लक्षण तेज बुखार 104 से 105 डिग्री तक आना, जोड़ों में दर्द व कंपकंपी के साथ बुखार, शरीर में अकड़न या शरीर टूटा हुआ लगना, अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजूओं के नीचे, कूल्हों के ऊपर गिल्टियां होना आदि हैं। इससे बचाव भी किया जा सकता है। Conclusion:लोग शरीर की सफाई का ध्यान रखें, घर तथा आसपास के वातावरण को साफ रखे, घर के चारों ओर घास, खरपतवार नहीं उगने दें, घर के अंदर और आसपास कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करें।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.