कुल्लू: जिला कुल्लू की सैंज व बंजार घाटी में सायर संक्रांति पर मंदिरों में लोगों की रौनक लगी रही. सायर पर्व पर क्षेत्र में देवताओं का शृंगार कर शोभा यात्राएं निकाली गई और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक लोक नृत्यों को आयोजन किया गया.
जिला के रैला क्षेत्र में सायर संक्रांति पर देवता लक्ष्मी नारायण की भव्य शोभा यात्रा निकाली गई. सभी हारियानों ने देवता लक्ष्मी नारायण को जूब दी. उसके बाद ग्रामीणों ने आपस में जूब बांटकर सायर संक्रांति को हर्षोल्लास के साथ मनाया. इस दौरान ग्रामीणों ने सामूहिक कुल्लवी नाटी भी डाली.
देवता लक्ष्मी नारायण के कारदार जगर नाथ और पुंडरिक ऋषि के कारदार लोतम राम ने बताया है कि सायर संक्रांति को घाटी के देवालयों में हर वर्ष धूमधाम से मनाया जाता है. यह आपसी मेल मिलाप और भाईचारे को बढ़ावा देने वाले त्योहार है. ग्रीष्म ऋतु में उपजने वाली बीमारियों और प्रकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए सायर संक्रांति के दिन देवताओं का विशेष रूप से आभार जताया जाता है.
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