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खाद्य पदार्थों की जांच के लिए सजग विभाग, जागरुकता के लिए लगाता है प्रशिक्षण कैंप

ईटीवी की टीम ने कुल्लू में खाद्य नियमों के पालन पर जांच पड़ताल की है. जानकारी के मुताबिक अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2021 तक जिले में कुल 462 खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए. इनमें से 44 खाद्य पदार्थों के सैंपल खाद्य नियमों को पूरा नहीं कर पाए. नियमों को पूरा न करने वाले स्थानों पर जुर्माना लगाया गया.

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Published : Apr 10, 2021, 8:18 PM IST

कुल्लू: विभिन्न स्थानों पर मिल रहे खाने की गुणवत्ता को जांचने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाते हैं. होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों, खाद्य पदार्थ की दुकानों का निरीक्षण करने के बाद यह अधिकारी खाने का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजते हैं. अगर जांच में खाद्य नियमों की अवहेलना होती है तो संबंधित स्थान पर कार्रवाई की जाती है. ईटीवी भारत ने कुल्लू जाना कि यहां पर नियमों का पालन कैसे किया जा रहा है.

462 में से 44 सैंपल खाद्य नियमों पर हुए फेल

खाद्य सुरक्षा अधिकारी अपनी टीम को लेकर समय-समय पर होटलों, ढाबों का निरीक्षण करते हैं. इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों पर बन रहे लंगर में जाकर भी सैंपल की जांच की जाती है. कुल्लू में अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2021 तक खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने 462 खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे. इनमें से 44 सैंपल खाद्य नियमों को पूरा नहीं कर पाए. उन्हें विभाग की ओर से जुर्माना लगाया गया.

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जांच के लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन की सहायता

मौके पर खाद्य पदार्थो की जांच हो सके, इसके लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन की सहायता ली जाती है. जिले भर में मोबाइल टेस्टिंग के माध्यम से भी 169 सैंपल लिए गए. इनमें 4 मामलों में अनियमितता पाए जाने पर उन्हें अदालत में भेज दिया गया. सैंपल के अलावा होटल और ढाबों के संचालक खुद भी खाद्य सुरक्षा नियमों का ध्यान रख सकें, इसके लिए जिले भर में प्रशिक्षण कैंप आयोजित किए गए.

स्वच्छता के बारे में जानकारी के लिए प्रशिक्षण कैंप

प्रशिक्षण कैंपों में विशेष रूप से होटलों में काम करने वाले कर्मचारियों को स्वच्छता और खाना परोसने, ग्राहकों के व्यवहार के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी गई. इसके अलावा समय-समय पर कार्यरत सभी कर्मचारियों की मेडिकल जांच भी करवाई गई. कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर भविता टंडन ने बताया कि एफएसएसएआई अब लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है.

2020 में 808 लोगों को किया गया प्रशिक्षित

शिविरों में साफ सफाई के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी जा रही है. साल 2020 में 808 लोगों को इस कैंप में प्रशिक्षित किया गया. इनमें मिड डे मील कर्मचारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल है. भविता टंडन का कहना है कि एफएसएसएआई ने बीते दिनों कुल्लू अस्पताल की कैंटीन और जवाहर नवोदय स्कूल के रसोई का भी ऑडिट करवाया था. व्यवस्थाओं को बेहतर पाए जाने पर ईट राइट केंपस के तहत उन्हें फाइव स्टार रेटिंग दी गई थी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में नहीं लगेगा लॉकडाउन, मंत्री का बयान: कोरोना से पहले कहीं भूख से ना मर जाए इंसान

कुल्लू: विभिन्न स्थानों पर मिल रहे खाने की गुणवत्ता को जांचने के लिए खाद्य सुरक्षा अधिकारी तैनात किए जाते हैं. होटल, रेस्टोरेंट, ढाबों, खाद्य पदार्थ की दुकानों का निरीक्षण करने के बाद यह अधिकारी खाने का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजते हैं. अगर जांच में खाद्य नियमों की अवहेलना होती है तो संबंधित स्थान पर कार्रवाई की जाती है. ईटीवी भारत ने कुल्लू जाना कि यहां पर नियमों का पालन कैसे किया जा रहा है.

462 में से 44 सैंपल खाद्य नियमों पर हुए फेल

खाद्य सुरक्षा अधिकारी अपनी टीम को लेकर समय-समय पर होटलों, ढाबों का निरीक्षण करते हैं. इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों पर बन रहे लंगर में जाकर भी सैंपल की जांच की जाती है. कुल्लू में अप्रैल 2020 से लेकर मार्च 2021 तक खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने 462 खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे. इनमें से 44 सैंपल खाद्य नियमों को पूरा नहीं कर पाए. उन्हें विभाग की ओर से जुर्माना लगाया गया.

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जांच के लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन की सहायता

मौके पर खाद्य पदार्थो की जांच हो सके, इसके लिए मोबाइल टेस्टिंग वैन की सहायता ली जाती है. जिले भर में मोबाइल टेस्टिंग के माध्यम से भी 169 सैंपल लिए गए. इनमें 4 मामलों में अनियमितता पाए जाने पर उन्हें अदालत में भेज दिया गया. सैंपल के अलावा होटल और ढाबों के संचालक खुद भी खाद्य सुरक्षा नियमों का ध्यान रख सकें, इसके लिए जिले भर में प्रशिक्षण कैंप आयोजित किए गए.

स्वच्छता के बारे में जानकारी के लिए प्रशिक्षण कैंप

प्रशिक्षण कैंपों में विशेष रूप से होटलों में काम करने वाले कर्मचारियों को स्वच्छता और खाना परोसने, ग्राहकों के व्यवहार के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी गई. इसके अलावा समय-समय पर कार्यरत सभी कर्मचारियों की मेडिकल जांच भी करवाई गई. कुल्लू के क्षेत्रीय अस्पताल में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर भविता टंडन ने बताया कि एफएसएसएआई अब लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षण शिविर का आयोजन कर रहा है.

2020 में 808 लोगों को किया गया प्रशिक्षित

शिविरों में साफ सफाई के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी जा रही है. साल 2020 में 808 लोगों को इस कैंप में प्रशिक्षित किया गया. इनमें मिड डे मील कर्मचारी और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी शामिल है. भविता टंडन का कहना है कि एफएसएसएआई ने बीते दिनों कुल्लू अस्पताल की कैंटीन और जवाहर नवोदय स्कूल के रसोई का भी ऑडिट करवाया था. व्यवस्थाओं को बेहतर पाए जाने पर ईट राइट केंपस के तहत उन्हें फाइव स्टार रेटिंग दी गई थी.

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