कुल्लू: सामरिक महत्व की दृष्टी से अटल रोहतांग टनल के उद्घाटन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित लाहौल दौरे को देखते हुए सिस्सू हेलीपैड को चकाचक किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री सिस्सू हेलीपैड का इस्तेमाल कर सकते हैं.
संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिस्सू हेलीपैड मनाली में उतरने के बाद लाहौल पहुंच सकते हैं. उनका हेलीकॉप्टर सिस्सू हेलीपैड से दिल्ली के लिए उड़ान भरेगा. सरकार लाखों रुपये खर्च कर सिस्सू हेलीपैड पर नए सिरे से टारिंग का काम कर रही है. हेलीपैड को मनाली-लेह हाइवे से जोड़ने वाले संपर्क मार्ग पर भी तारकोल बिछाया जाएगा.
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल रोहतांग टनल के बाद सिस्सू हेलीपैड पर ही जनता को संबोधित कर सकते हैं. इसलिए हेलीपैड पर टारिंग की गुणवत्ता से कोई समझौता न हो, इसके लिए लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरिंग इन चीफ शिमला से लाइव वीडियो कॉल के माध्यम से काम पर पैनी नजर रखे हुए हैं. हालांकि सीमा सड़क संगठन ने अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल गुफा होटल से सिस्सू तक सड़क को चकाचक कर दिया है.
तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा ने बताया कि प्रधानमंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए सिस्सू हेलीपैड में प्राथमिकता के आधार पर नए सिरे से टारिंग की जा रही है. विभाग और ठेकेदार को निर्देश दिए गए हैं कि काम को तय समय अवधि में पूरा किया जाए. उन्होंने बताया कि हेलीपैड के लिए जाने वाले मार्ग पर भी टारिंग की जाएगी. इस काम पर करीब 45 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं.
बता दें कि रोहतांग दर्रे के नीचे रणनीतिक महत्व की इस सुरंग को बनाए जाने का फैसला 03 जून 2000 को अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने लिया था. 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री ने इसका शिलान्यास किया था. हरियाली से शीत मरुस्थल तक इस सुरंग के दोनों प्रवेश द्वार देश के सबसे खूबसूरत इलाके धुंदी और लाहौल में खुलते हैं. मनाली के हरे-भरे इलाके से प्रवेश के बाद यात्री शीत मरुस्थल लाहौल में बिल्कुल अलग नजारों वाले पहाड़ों के मध्य बाहर निकलेंगे. बता दें कि सितंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुरंग का उद्घाटन करेंगे.
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