आनी: निरमंड के रहने वाले रवि शर्मा को साहित्य सेवा सम्मान दिया है. दरअसल, कोरोना काल के दौरान कोरोना काव्य के बाद साझा काव्य संग्रह प्रकाशन की योजना बनाई, जिस में देश के सहित्यकारों से रचनाएं मांगी गई थी.इसमें राष्ट्र स्तर के 109 स्तरीय सहित्यकारों को 'संवेदना की वीथियों में' सांझा काव्य संग्रह में स्थान दिया. इस साझा काव्य संग्रह में रवि शर्मा की तीन कविताएं परिचय सहित प्रकाशित हुई, जिसके लिए रवि शर्मा को साहित्य सेवा सम्मान दिया गया है.
रवि शर्मा को साहित्य सेवा सम्मान
आनी अखिल भारतीय सृजन सरिता परिषद पंजी0हिमाचल प्रदेश एवं निखिल प्रकाशन समूह आगरा द्वारा रवि शर्मा को साहित्य सेवा सम्मान दिया है. देश के प्रतिष्ठित प्रकाशन निखिल प्रकाशन व अखिल भारतीय सृजन सरिता परिषद ने कोरोना काल के दौरान कोरोना काव्य के बाद साझा काव्य संग्रह प्रकाशन की योजना बनाई, जिस में देश के सहित्यकारों से रचनाएं मांगी गई.
रवि शर्मा की तीन कविताएं प्रकाशित
निर्णायक मंडल ने इसमें राष्ट्र स्तर के 109 स्तरीय सहित्यकारों को 'संवेदना की वीथियों में' साझा काव्य संग्रह में स्थान दिया. इस साझा काव्य संग्रह में रवि शर्मा की तीन कविताएं परिचय सहित प्रकाशित हुई, जिसके लिए रवि शर्मा को साहित्य सेवा सम्मान दिया गया है.
पेशे से स्कूल में प्रवक्ता है रवि शर्मा
कुल्लू जिला के आनी उपमंडल के तहत निरमंड से संबंध रखने वाले साहित्यकार व लेखक रवि शर्मा पेशे से स्कूल में प्रवक्ता है. पिछले करीब 2 दशकों से लिखते आए हैं. इस चयन पर रवि शर्मा ने खुशी व्यक्त की है और चयन के लिए उन्होंने अखिल भारतीय सृजन सरिता परिषद हिमाचल प्रदेश व निखिल प्रकाशन समूह के निर्णायक मंडल का आभार जताया है.
रवि शर्मा को मिल चुका है कोरोना वॉरियर्स सम्मान
इससे पहले कोरोना पर सहित्य के माध्यम से लोगों को जागरूकता को लेकर इन्हें 'कोरोना वॉरियर्स' सम्मान भी मिल चुका है. रवि शर्मा का मानना है कि साहित्य के क्षेत्र में अगर रुचि है तो आपको निरंतर लिखते और पढ़ते रहना चाहिए. इससे आपकी लेखन में और निखार आएगा.
बतौर पत्रकार भी काम कर चुके हैं रवि
इसके लावा रवि शर्मा समाचार पत्रों के निरमंड क्षेत्र से बतौर पत्रकार के रूप में भी दो दशक तक कार्य कर चुके हैं. इन्होंने निष्पक्ष, निर्भीक पत्रकारिता के माध्यम से पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई थी. बता दें कि मूल रूप से निरमंड के रहने वाले रवि शर्मा का जन्म 28 अप्रैल 1975 को निरमंड में हुआ था. क्षेत्र के साहित्यकारों ने इस सम्मान के लिए उन्हें बधाई दी है.