लाहौल-स्पीति: घाटी में करीब चार महीने बाद एकमात्र छुरपक स्थित पेट्रोल पंप खुल गया है. पेट्रोल पंप 11 दिसंबर 2019 को बंद हुआ था. घाटी में कृषि सीजन शुरू होने पर किसान ट्रैक्टर और पॉवर टिलर के लिए ईंधन आपूर्ति की मांग कर रहे थे.
कृषि विभाग और खाद्य आपूर्ति निगम के अधिकारियों की देखरेख में अब पेट्रोल की आपूर्ति होगी. किसानों व बागवानों को कृषि उपकरणों के लिए 10-10 लीटर डीजल और पेट्रोल दिया जाएगा. आवश्यक सेवाओं में लगे सरकारी वाहनों को इस पेट्रोल पंप से तेल लेने के लिए जिला प्रशासन की अनुमति लेनी होगी.
इसके बाद ही उन्हें ईंधन की आपूर्ति की जाएगी. हालांकि किसानों व बागवानों की समस्या यह है कि कर्फ्यू के बीच वे पेट्रोल पंप तक कैसे पहुंचे. कर्फ्यू के बीच कोई वाहन नहीं चल रहा है, ऐसे में किसानों को परेशानी आ रही है. घाटी के किसानों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते घाटी में पेट्रोल पंप खुल गया है, लेकिन वाहनों की आवाजाही न होने से वह छुरपक पेट्रोल पंप तक कैसे पहुंचेंगे.
वहीं, पेट्रोल पंप प्रभारी राज गड़फा ने कहा कि परमिट देने के लिए कृषि और खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी स्वयं पेट्रोल पंप पर मौजूद रहेंगे. इससे परमिट के लिए किसानों को केलांग का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. सभी जरूरतमंद किसानों-बागवानों तक तेल पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा.
पंचायत सचिवों से बागवानों-किसानों से संपर्क कर सूची बनाने को कहा गया है. विभाग चरणबद्ध तरीके से हर गांव तक तेल की आपूर्ति करेगा. यहां पर सेनिटाइजर और सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
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