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लोगो की मुश्किलें बढ़ा रहा पागल नाला, साफ मौसम में भी आ रहा मलबा

तलाड़ा के पास पागल नाले में भारी मलबा आने से गुरुवार शाम यातायात चार घंटे बंद रहा. सैंज घाटी की 15 पंचायतों के लिए पागल नाला परेशानी का कारण बन रहा है. गुरुवार दोपहर सड़क पर एक बार फिर मलबा भर गया और लोक निर्माण विभाग की मशीन को मलबा हटाने के लिए लगाया गया

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साफ मौसम में भी पागल नाला में आ रहा मलबा.
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Published : Jan 31, 2020, 9:55 AM IST

कुल्लू: उपमंडल बंजार के लारजी-सैंज सड़क पर पागल नाले ने सैंज घाटी की रफ्तार रोक दी है. तलाड़ा के पास पागल नाले में भारी मलबा आने से गुरुवार शाम यातायात चार घंटे बंद रहा. इससे पहले बीते बुधवार रात भी मार्ग पांच घंटे तक बंद रहा था. रास्ते में फंसे लोग रात 11 बजे मार्ग खुलने के बाद अपने घर पहुंचे.

वहीं, सैंज घाटी की 15 पंचायतों के लिए पागल नाला परेशानी का कारण बन रहा है. गुरुवार दोपहर सड़क पर एक बार फिर मलबा भर गया और लोक निर्माण विभाग की मशीन को मलबा हटाने के लिए लगाया गया है. सैंज घाटी में पिछले दो दिनों तक लगातार बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.

वीडियो रिपोर्ट.

इस दौरान सैंज-न्यूली, सैंज-धाउगी, सैंज-देहूरी और सैंज-कनौन सड़कों पर बसें समय पर नहीं चल पाई और मलबा गिरने से कई पैदल रास्ते भी बाधित हो गए हैं. वहीं, लारजी-सैंज सड़क बंद रहने से पागल नाला के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी रही. लोगों को जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ा.

गुरुवार को नाला बंद होने से कामकाजी लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.सैंज घाटी के लोगों का कहना है कि सरकार को नाले पर पुल बनवाना चाहिए या वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था करनी चाहिए. लोक निर्माण विभाग बंजार के अधिशासी अभियंता चमन लाल ने कहा कि पागल नाला में मलबा हटाने के लिए मशीन और मजदूर लगाए हुए हैं. लगातार बारिश होने से नाले में मलबा आ रहा है.

एसडीएम बंजार एमआर भारद्वाज ने ग्रामीणों को नदी-नाले और भूस्खलन के संभावित क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि बारिश और बर्फबारी में पहाड़ों से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है. ऐसे में ग्रामीणों को सावधानी बरतनी चाहिए.

कुल्लू: उपमंडल बंजार के लारजी-सैंज सड़क पर पागल नाले ने सैंज घाटी की रफ्तार रोक दी है. तलाड़ा के पास पागल नाले में भारी मलबा आने से गुरुवार शाम यातायात चार घंटे बंद रहा. इससे पहले बीते बुधवार रात भी मार्ग पांच घंटे तक बंद रहा था. रास्ते में फंसे लोग रात 11 बजे मार्ग खुलने के बाद अपने घर पहुंचे.

वहीं, सैंज घाटी की 15 पंचायतों के लिए पागल नाला परेशानी का कारण बन रहा है. गुरुवार दोपहर सड़क पर एक बार फिर मलबा भर गया और लोक निर्माण विभाग की मशीन को मलबा हटाने के लिए लगाया गया है. सैंज घाटी में पिछले दो दिनों तक लगातार बारिश से जन-जीवन अस्त व्यस्त हो गया है.

वीडियो रिपोर्ट.

इस दौरान सैंज-न्यूली, सैंज-धाउगी, सैंज-देहूरी और सैंज-कनौन सड़कों पर बसें समय पर नहीं चल पाई और मलबा गिरने से कई पैदल रास्ते भी बाधित हो गए हैं. वहीं, लारजी-सैंज सड़क बंद रहने से पागल नाला के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी रही. लोगों को जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ा.

गुरुवार को नाला बंद होने से कामकाजी लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.सैंज घाटी के लोगों का कहना है कि सरकार को नाले पर पुल बनवाना चाहिए या वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था करनी चाहिए. लोक निर्माण विभाग बंजार के अधिशासी अभियंता चमन लाल ने कहा कि पागल नाला में मलबा हटाने के लिए मशीन और मजदूर लगाए हुए हैं. लगातार बारिश होने से नाले में मलबा आ रहा है.

एसडीएम बंजार एमआर भारद्वाज ने ग्रामीणों को नदी-नाले और भूस्खलन के संभावित क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि बारिश और बर्फबारी में पहाड़ों से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है. ऐसे में ग्रामीणों को सावधानी बरतनी चाहिए.

Intro:लोगो की मुश्किलें बढ़ा रहा पागलनाला
साफ मौसम में भी आ रहा मलबाBody:



जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के लारजी-सैंज सड़क पर पागलनाला ने सैंज घाटी की रफ्तार फिर रोक दी। तलाड़ा के पास पागलनाले में भारी मलबा आने से वीरवार शाम को भी यातायात चार घंटे बंद रहा। इससे पहले बीते बुधवार रात भी मार्ग करीब पांच घंटे तक बंद रहा। रात 11 बजे मार्ग खुलने के बाद फंसे लोग अपने घर पहुंचे। सैंज घाटी की 15 पंचायतों के लिए पागलनाला परेशानी बन रहा है। सड़क पर वीरवर दोपहर फिर मलबा आ गया। लोक निर्माण विभाग की मशीन को मलबा हटाने के लिए लगाया गया। पिछले दो दिनों तक लगातार बारिश से सैंज घाटी में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सैंज-न्यूली, सैंज-धाउगी, सैंज-देहूरी और सैंज-कनौन सड़कों पर भी इस दौरान बसें समय पर नहीं चल पाई। कई पैदल रास्ते भी मलबा गिरने से बाधित हुए। लारजी-सैंज सड़क बंद रहने से पागलनाला के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। कई लोगों को जान जोखिम में डालकर नाला पार करना पड़ा। वीरवार को आवाजाही करने वाले कामकाजी लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सैंज घाटी के दीपक, ऐले राम और सेस राम ने कहा कि पागलनाला बंद होने से उन्हें हर बार परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को इस नाले पर या तो पुल बनवाना चाहिए या वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था करनी चाहिए। रोशन लाल, विद्या प्रकाश नेगी, महेंद्र सिंह, मोती राम, पूर्ण चंद और प्रेम सिंह ने कहा कि पागलनाला में मलबा आने से वे कड़ाके की ठंड में चार घंटे तक ठिठुरते रहे और देर रात मलबा हटाने के बाद वे घर पहुंचे। लोक निर्माण विभाग बंजार के अधिशासी अभियंता चमन लाल ने कहा कि पागलनाला में मलबा हटाने के लिए मशीन और मजदूर लगाए हुए हैं। लगातार बारिश होने से नाले में मलबा आ रहा है। Conclusion:

एसडीएम बंजार एमआर भारद्वाज ने ग्रामीणों को नदी-नाले और भूस्खलन के संभावित क्षेत्र से दूर रहने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि बारिश और बर्फबारी में पहाड़ों से पत्थर गिरने का खतरा बना रहता है। ऐसे में ग्रामीणों को सावधानी बरतनी चाहिए।
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