कुल्लू: आइस रिंक काजा में पहली बार पुरुष वर्ग की राष्ट्रीय आइस हॉकी चैम्पियनशिप का आयोजन शुरू हो (Kaza Ice Hockey Championship launched)गया. सोमवार को आइस रिंक काजा में 11 वीं राष्ट्रीय आइस हाॅकी चैम्पियनशिप का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर जिलाधीश नीरज कुमार ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की.मुख्यातिथि नीरज कुमार को एडीसी अभिषेक वर्मा ने स्मृति चिन्ह और थंका पेंटिग देकर सम्मानित किया. इसके साथ ही आइस हाॅकी एसोसिएशन आफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र सिंह जींदी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. उन्हें भी एसडीएम गुजींत सिंह चीमा ने सम्मानित किया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एडीसी अभिषेक वर्मा ने कहा कि स्पीति में इससे पहले महिला वर्ग की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप का सफल आयोजन हो चुका है. भूगौलिक परिस्थितियां काफी चुनौतीपूर्ण, लेकिन यहां की सुविधाएं उन चुनौतियों को कम कर देती है. हम स्पीति में आइस हाॅकी खेल को बढ़ावा देने के लिए अलग- अलग जोन में टीमें बनाई जाएंगी और फिर आपसी प्रति स्पर्धा करवाएंगे ,ताकि अच्छे खिलाड़ी निकल कर आए.
आइस हाॅकी एसोसियेशन आफ इंडिया के महासचिव हरजिंद्र जींदी ने कहा कि देश में बहुत ही कम ऐसे रिंक , जहां पर डेश बोर्ड लगे है. अन्य देशों की टीमें डेश बोर्ड में हमेशा अभ्यास करती है. डेश बोर्ड मुहैया करवाना प्रशासन का अच्छा प्रयास है. जिलाधीश नीरज कुमार ने कहा कि सर्दियों में जन जीवन अन्य देशों के हिस्सों से कट जाता , ऐसे में आइस हाॅकी जैसे खेल का आयोजन होना बड़ी बात है.
प्रदेश सरकार साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लएि प्रयासरत है. यहां पर बच्चों को 80 से अधिक स्केटस प्रशासन ने मुहैया करवाया ,ताकि बचपन से आइस हाॅकी के खेलों के प्रति उत्साह बढ़ सके और खेल की बारिकियां सीख सके. 11वीं राष्ट्रीय आइस हाॅकी चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन करेंगे.11वीं राष्ट्रीय आइस हाॅकी चैम्पियनशिप में कुल पांच टीमें हिस्सा ले रही. इसमें यूटी लदाख,आईटीबीपी, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और आर्मी की टीम शामिल है.सोमवार को एक ही मैच खेला गया ,जोंकि आईटीबीपी और हिमाचल प्रदेश की टीम के बीच में हुआ. आईटीबीपी की टीम ने मैच में कुल नौ गोल किए ,जबकि हिमाचल की टीम एक ही गोल कर पाई.
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