कुल्लू: एक निजी कंपनी को मनाली में साहसिक पर्यटन गतिविधियां आयोजित करने की अनुमति सरकार की ओर से दी गई है. साहसिक पर्यटन की गतिविधियों से जुड़े हुए युवाओं ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया है.
इस क्षेत्र से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में साहसिक पर्यटन से हजारों युवाओं का रोजगार जुड़ा हुआ है. अब बाहरी कंपनियों का दखल भी इस क्षेत्र में होने लगा है. इससे हजारों युवाओं के रोजगार पर भी असर पड़ेगा. जिला कुल्लू युवा कांग्रेस ने भी स्थानीय युवाओं के समर्थन में आते हुए कंपनी को दी गई अनुमति को रद्द करने की मांग की है.
पर्यटन नगरी मनाली के सोलंग नाला, कोठी और पलचान इलाके में हजारों ऐसे युवा हैं जो साहसिक पर्यटन से हर साल अपना गुजारा करते हैं. मनाली में बाहरी राज्य की एक कंपनी को प्रदेश सरकार ने यहां साहसिक गतिविधियां चलाने की अनुमति दी हैं. अब बड़े स्तर पर ये कंपनी इन साहसिक खेलों को आयोजित करवाएगी. इससे घाटी के युवाओं के रोजगार पर भी असर पड़ेगा.
जिला कुल्लू युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष रोहित महाजन का कहना है कि पहले ही कोरोना संकट के चलते घाटी के युवा घरों में बेरोजगार बैठे हुए हैं. हाल ही में हिमाचल में पर्यटन कारोबार को खोला गया था. इस दौरान थोड़ी बहुत पर्यटन गतिविधियां शुरू हुई और स्थानीय युवाओं को भी इससे रोजगार मिला था, लेकिन अगर किसी कंपनी को ही यहां साहसिक खेलों को आयोजित करने का कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा तो स्थानीय युवा बेरोजगार हो जाएंगे.
स्थानीय युवाओं के पक्ष को देखते हुए सरकार जल्द से जल्द उक्त कंपनी की अनुमति को रद्द करें. अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो वह स्थानीय युवाओं के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ भी आंदोलन करेंगे.
ये भी पढ़ें: काजा उपमंडल के दौरे पर तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा, सुनीं लोगों की समस्याएं