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अब नहीं रहेगी कुल्लू में गारबेज की दिक्कत, DC ने रिलीज की प्लांट लगाने के लिए 50 लाख की राशि

कुल्लू के मुख्य शहरों में कूड़े कचरे की समस्या का अब जल्द ही स्थाई समाधान होगा. डीसी कुल्लू युनूस ने नगर परिषद कुल्लू को 50 लाख रुपये की राशि संयंत्र की स्थापना के लिए जारी कर दी है.

kullu dc yunus
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Published : Feb 28, 2019, 6:20 AM IST

Updated : Feb 28, 2019, 10:04 AM IST

कुल्लू: जिला के मुख्य शहरों में कूड़े कचरे की समस्या का अब जल्द ही स्थाई समाधान होगा. डीसी कुल्लू युनूस ने नगर परिषद कुल्लू को 50 लाख रुपये की राशि संयंत्र की स्थापना के लिए जारी कर दी है.
डीसी कुल्लू यूनुस से कहा कि कचरा निस्तारण, रि-साइकिलिंग और कचरा ये सब कचरा प्रबंधन के मुख्य घटक हैं. जिन पर बारीकी से कार्य किया जा रहा है. डीसी कुल्लू ने बताया कि कुल्लू में पालमपुर की आईमां ग्राम पंचायत में स्थापित किए गए कूड़ा कचरा निदान संयंत्र की तर्ज पर संयंत्र की स्थापना की जा रही है और इसकी टेंडर प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी जाएगी. अगले 2 माह के भीतर हर हाल में इसे स्थापित कर दिया जाएगा.

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परियोजना के लिए इंसीनरेटर कंप्रेशर और कंपोस्ट स्थापित किए जाएंगे और इसके मशीनरी अत्याधुनिक होगी. वहीं, ये संयंत्र प्रदूषण मुक्त व एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुरूप होगा. कूड़े का एकत्र करण व निदान वैज्ञानिक ढंग से किया जाएगा और इस संयंत्र से कंपोस्ट तैयार की जाएगी. जो किसानों को भगवानों की खाद की जरूरत को पूरा करेगी.यूनुस ने कहा कि मनाली में इंदौर की तर्ज पर संयंत्र स्थापित किया जाएगा जिसमें 1.2 मेगावाट बिजली का उत्पादन की क्षमता होगी. इस संयंत्र की स्थापना के लिए संबंधित कंपनी ने प्रस्ताव भेजा है और इसकी मशीनरी बाहरी देशों से आएगी. कंपनी भुंतर, मनाली और इसके साथ लगते क्षेत्रों के पूरे कचरे का इसमें प्रबंधन करने की बात स्वीकारी है. कचरे को स्वयं कंपनी से सयंत्र तक ले जाएगी और इसमें किसी भी प्रकार की बदबू या रिसाव नहीं होगा.
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कुल्लू: जिला के मुख्य शहरों में कूड़े कचरे की समस्या का अब जल्द ही स्थाई समाधान होगा. डीसी कुल्लू युनूस ने नगर परिषद कुल्लू को 50 लाख रुपये की राशि संयंत्र की स्थापना के लिए जारी कर दी है.
डीसी कुल्लू यूनुस से कहा कि कचरा निस्तारण, रि-साइकिलिंग और कचरा ये सब कचरा प्रबंधन के मुख्य घटक हैं. जिन पर बारीकी से कार्य किया जा रहा है. डीसी कुल्लू ने बताया कि कुल्लू में पालमपुर की आईमां ग्राम पंचायत में स्थापित किए गए कूड़ा कचरा निदान संयंत्र की तर्ज पर संयंत्र की स्थापना की जा रही है और इसकी टेंडर प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी जाएगी. अगले 2 माह के भीतर हर हाल में इसे स्थापित कर दिया जाएगा.

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परियोजना के लिए इंसीनरेटर कंप्रेशर और कंपोस्ट स्थापित किए जाएंगे और इसके मशीनरी अत्याधुनिक होगी. वहीं, ये संयंत्र प्रदूषण मुक्त व एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुरूप होगा. कूड़े का एकत्र करण व निदान वैज्ञानिक ढंग से किया जाएगा और इस संयंत्र से कंपोस्ट तैयार की जाएगी. जो किसानों को भगवानों की खाद की जरूरत को पूरा करेगी.यूनुस ने कहा कि मनाली में इंदौर की तर्ज पर संयंत्र स्थापित किया जाएगा जिसमें 1.2 मेगावाट बिजली का उत्पादन की क्षमता होगी. इस संयंत्र की स्थापना के लिए संबंधित कंपनी ने प्रस्ताव भेजा है और इसकी मशीनरी बाहरी देशों से आएगी. कंपनी भुंतर, मनाली और इसके साथ लगते क्षेत्रों के पूरे कचरे का इसमें प्रबंधन करने की बात स्वीकारी है. कचरे को स्वयं कंपनी से सयंत्र तक ले जाएगी और इसमें किसी भी प्रकार की बदबू या रिसाव नहीं होगा.
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Intro:अब नही रहेगी कुल्लू में कचरे की समस्या
डीसी कुल्लु ने जारी की सयंत्र लगाने के लिए 50 लाख की राशि जारी


Body:कुल्लू जिला के मुख्य शहरों में कूड़े कचरे की समस्या का अब जल्द ही स्थाई समाधान होगा। डीसी कुल्लू युनूस ने नगर परिषद कुल्लु को 50 लाख रुपए की राशि संयंत्र की स्थापना के लिए जारी कर दी है। कुल्लू में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए डीसी कुल्लू यूनुस से कहा कि कचरा निस्तारण, रि साइकिलिंग व कचरा यह सब कचरा प्रबंधन के मुख्य घटक हैं। जिन पर बारीकी से कार्य किया जा रहा है। डीसी कुल्लू ने बताया कि कुल्लू में पालमपुर की आईमां ग्राम पंचायत में स्थापित किए गए कूड़ा कचरा निदान संयंत्र की तर्ज पर संयंत्र की स्थापना की जा रही है और इसकी टेंडर प्रक्रिया सोमवार से आरंभ कर दी जाएगी तथा अगले 2 माह के भीतर हर हाल में इसे स्थापित कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के लिए इंसीनरेटर कंप्रेशर तथा कंपोस्ट स्थापित किए जाएंगे और इसके मशीनरी अत्याधुनिक होगी। वही यह संयंत्र प्रदूषण मुक्त व एनजीटी के दिशा निर्देशों के अनुरूप होगा। कूड़े का एकत्र करण व निदान वैज्ञानिक ढंग से किया जाएगा और इस संयंत्र से कंपोस्ट तैयार की जाएगी। जो किसानों को भगवानों की खाद की जरूरत को पूरा करेगी।


Conclusion:यूनुस ने कहा कि मनाली में इंदौर की तर्ज पर संयंत्र स्थापित किया जाएगा। जिसमें 1.2 मेगावाट बिजली का उत्पादन की क्षमता होगी। इस संयंत्र की स्थापना के लिए संबंधित कंपनी ने प्रस्ताव भेजा है और इसकी मशीनरी बाहरी देशों से आएगी। उन्होंने कहा कि कंपनी भुंतर तथा मनाली तथा इसके साथ लगते क्षेत्रों के पूरे कचरे का इसमें प्रबंधन करने की बात स्वीकारी है। कचरे को स्वयं कंपनी से सयंत्र तक ले जाएगी और इसमें किसी भी प्रकार की बदबू या रिसाव नहीं होगा।
Last Updated : Feb 28, 2019, 10:04 AM IST
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