कुल्लू: हिमाचल में इन दिनों सेब सीजन चल रहा है, लेकिन जिला कुल्लू की फल मंडी में सेब के दामों में अब गिरावट आने लगी है. इसकी वजह देशभर की मंडियों में कश्मीर के सेब आने शुरू कर हो चुके हैं. जिसके चलते जिला कुल्लू के सेब की चमक अब बाहरी राज्यों की मंडियों में कम होनी शुरू हो गई है. बीते एक सप्ताह में सेब के दाम अब 10 से 20 रुपए प्रति किलो की गिरावट दर्ज की हुई है. बीते सप्ताह रॉयल सेब को जहां 70 रुपए किलो दाम मिल रहे थे. वही अब उसे 50 से 55 रुपए तक दाम मिल रहे हैं.
कुल्लू की मंडियों में सेब के दामों में गिरावट: पहले ही प्राकृतिक आपदा के चलते हिमाचल के बागबानो का काफी नुकसान हुआ है. वही अब सेब के दाम कम होने से बागवानों को और भी नुकसान उठाना पड़ रहा है. जिला कुल्लू की फल मंडियों में सेब के दामों में गिरावट आई है. ऐसे में अब यहां की मंडियों में डेरा डाले हुए व्यापारी भी वापस जा रहे हैं और बाहरी राज्यों में कश्मीर का सेब खरीद रहे हैं. गुणवत्ता के हिसाब से कश्मीर का सेब बेहतर माना जाता है. देशभर की मंडियों में अब व्यापारी कश्मीर के सेब की खरीदारी कर रहे हैं.
बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिलने की उम्मीद: जिला कुल्लू के निचले इलाकों में जहां सेब का सीजन खत्म हो चुका है. वही ऊंचाई वाले इलाकों में अभी भी सेब बचा हुआ है. ऐसे में मनाली और उझि घाटी के ग्रामीण इलाकों में 30% सेब की फसल बगीचों में है और इस साल सेब का सीजन दशहरा उत्सव तक चलने की उम्मीद है. वही बागवानों को उम्मीद है कि उन्हें अभी भी सेब के अच्छे दाम मिल सकते हैं.
13 लाख से ज्यादा सेब पेटियां भेजी गई: जिला कुल्लू से अभी तक 13 लाख 54 हजार 739 सेब की पेटी अन्य राज्यों को भेजी जा चुकी है. बागवानों को ₹70 से ₹90 रुपए प्रति किलो तक सेब के दाम भी मिले हैं. अब कश्मीर के सेब बाजार में आने के चलते हिमाचल के बागवानों को कम दाम मिल रहे हैं. एपीएमसी कुल्लू से मिली जानकारी के अनुसार जिला कुल्लू के भुंतर फल मंडी से 80 हजार 886, बंजार से 17 हजार 573, खेगसू से 3 लाख 22 हजार 298, बंदरोल से 6 लाख 6 हजार 340, शाट से 17 हजार 300, कुल्लू से 200, पतलीकूहल से 2 लाख 95 हजार, चोरी बिहाल से 4 हजार 300, निरमंड से 10 हजार 833 सेब की पेटियां बाहरी राज्यों की फल मंडी में भेजी गई है.
'कुल्लू के सेब की मंडियों में अलग पहचान': एपीएमसी कल्लू के अध्यक्ष राम सिंह मियां ने बताया कि बागवानों को सेब के अच्छे दाम मिले. इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं. कुल्लू जिला के सेब की भी बाहरी मंडियों में अपनी अलग पहचान है और आने वाले समय में बागबानों को भी एपीएमसी के द्वारा बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जाएगा.