कुल्लू: हिंदू धर्म में पत्नी अपने पति की लंबी आयु के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है. इस साल 1 नवंबर को करवा चौथ का व्रत है. करवा चौथ व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस दिन कार्तिक संकष्टी चतुर्थी भी होती है. जिसे वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं. करवा चौथ के दिन सुहागन महिलाएं और विवाह योग्य युवतियां अपने जीवनसाथी की लंबी आयु के लिए इस व्रत को रखती हैं. वहीं, इस साल करवा चौथ पर तीन शुभ योग बन रहे हैं. इन योग में किए गए सभी कार्य महिलाओं को सफलता प्रदान करेंगे.
करवा चौथ 2023: इस साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी 31 अक्टूबर मंगलवार रात को 9:30 से शुरू हो जाएगी. यह तिथि 1 नवंबर बुधवार को रात 9:19 पर खत्म होगी. ऐसे में उदय तिथि के आधार पर करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर बुधवार को रखा जाएगा. इस दिन व्रत करने वाली महिला को निर्जला व्रत रखना होगा. यह व्रत सुबह 6:33 से रात 8:15 तक किया जाएगा. बाकी अन्य इलाकों में चंद्रमा उदय के आधार पर महिलाएं अपना व्रत का पारण कर सकती हैं.
करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त: कुल्लू के आचार्य विजय कुमार शर्मा का कहना है कि जो महिलाएं बुधवार को करवा चौथ का व्रत रखेंगी, उनको शाम में पूजा के लिए एक घंटा 18 मिनट का शुभ समय मिलेगा. करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:36 से लेकर 6:54 तक है. करवा चौथ के दिन रात 8:15 पर चंद्रोदय होगा. इस समय महिलाएं चंद्रमा पूजन के साथ अर्घ्य दे सकती हैं. चंद्रमा को अर्घ्य देने के साथ ही यह व्रत पूरा होगा.
करवा चौथ पर शुभ योग: इस साल करवा चौथ पर तीन शुभ योग बन रहे हैं. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6:33 से शुरू हो रहा है जो अगले दिन सुबह 4:36 तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग को शुभ योग माना गया है. इस दौरान किए गए कार्य सफल सिद्ध होते हैं. वहीं, इसी दिन प्रात काल से दोपहर 2:07 तक परिघ योग है. उसके बाद शिव योग शुरू होगा जो अगले दिन तक रहेगा. करवा चौथ के दिन मृगशिरा नक्षत्र सुबह से लेकर अगले दिन सुबह 4:36 तक रहेगा.