कुल्लू: अयोध्या राम मंदिर को लेकर भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार महेश्वर सिंह काफी उत्साहित हैं. उन्होंने कहा अयोध्या में भगवान श्री राम का मंदिर बनकर तैयार है. 22 जनवरी को इस मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. ऐसे में भगवान राम का मंदिर बनना देश के लिए सौभाग्य की बात है. इससे आज पूरा भारत काफी उत्साहित है. वहीं, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा, हिमाचल के 52 धर्माचार्यों सहित 77 लोगों को निमंत्रण मिला है. जिसमें पद्म श्री विजेता नेक राम सहित कई अन्य विभूतियां भी शामिल हैं.
भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि वह भी कुल्लू से अयोध्या के लिए विवादित ढांचे को गिराने के लिए निकले थे और उनके साथ संघ के कुछ और कार्यकर्ता भी मौजूद थे. ऐसे में दिल्ली से आगे चलते हुए उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और देवबंद में एक जेल में बंद कर दिया गया था.
उन्होंने कहा जेल में कई अन्य राम भक्तों को भी कैद किया गया था. सभी राम भक्त मिलकर रामचरितमानस का पाठ करते थे और करीब 10 दिनों तक उन्हें जेल में रहना पड़ा था. इस दौरान वहां के स्थानीय लोगों को जब पता चला कि यहां पर राम भक्त बैठे हुए हैं तो वह उनके लिए भोजन का भी इंतजाम करते थे. इस राम मंदिर के लिए हजारों देश भक्तों ने संघर्ष किया और आज उनका संघर्ष कामयाब हुआ है.
भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार महेश्वर सिंह ने कहा उन्हें भी राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रण मिला है और वह वहां जाने की भी तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि 18 जनवरी को वह कुल्लू से निकलेंगे और चंडीगढ़ से हवाई जहाज के माध्यम से लखनऊ पहुंचेंगे. 20 जनवरी को वह अयोध्या पहुंच जाएंगे और उन्हें भगवान श्री राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के लिए जो निमंत्रण मिला है, उसके लिए वह राम मंदिर ट्रस्ट के आभारी हैं.
वहीं, हिमाचल में 52 धर्माचार्यों सहित 67 लोगों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आने का निमंत्रण मिला है. जिसमें भगवान रघुनाथ की छड़ी बरदार महेश्वर सिंह भी शामिल है. विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा ने महेश्वर सिंह को निमंत्रण पत्र दिया. वहीं, उन्होंने इस दौरान भगवान रघुनाथ के भी दर्शन किए. विश्व हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष लेखराज राणा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में 52 धर्माचार्य के अलावा 67 अन्य लोगों को इसका मंदिर प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण दिया गया है.
लेखराज राणा ने कहा हिमाचल प्रदेश के कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह को भी निमंत्रण पत्र सौंपा गया है. क्योंकि उनके पिता स्वर्गीय वीरभद्र सिंह सनातन धर्म के हित की बात करते रहे और उनके सरकार में ही हिमाचल प्रदेश में धर्मांतरण कानून बना था. भगवान रघुनाथ के छड़ी बरदार होने के नाते महेश्वर सिंह को भी अब निमंत्रण पत्र दिया गया है. लेखराज राणा ने कहा अब 22 जनवरी को भगवान राम अयोध्या में अपने जन्म स्थान पर विराजमान होने वाले हैं.
उन्होंने कहा सैंकड़ो वर्षों के बाद हम लोगों को यह विजय प्राप्त हुई है. 76 सालों का संघर्ष इस मंदिर के लिए हुए और 4 लाख के लगभग हिंदुओं का बलिदान हो गया. उसके बाद हमें यह विजय प्राप्त हुई है. इसलिए भगवान राम जी की बहुत कृपा है और भगवान राम जी की ही उपासना के बाद हमने महेश्वर सिंह से निवेदन किया है कि वो इस कार्यक्रम में अवश्य शामिल हो.
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