कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के दुर्गम गांव शाकटी, मरोड़ और शुगाड (Remote areas of Banjar) के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सोमवार को रवाना हो गई है. इन गांवों तक पहुंचने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को 20 किलोमीटर से अधिक का सफर पैदल तय करना होगा. उसके बाद शाम के समय स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा बीमार बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी.
बीते दिनों ग्रामीणों ने मांग रखी थी कि यहां पर छोटे बच्चे वायरल का शिकार हो रहे हैं. ऐसे में सभी बच्चों को पैदल लेकर सैंज जाना भी ग्रामीणों के लिए काफी मुश्किल है. वहीं, ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक टीम का गठन किया गया और टीम दवाइयों को लेकर गांव की ओर रवाना हो गई है. गौर रहे कि ग्राम पंचायत गाड़ापारली के यह 3 गांव अभी भी सड़क सुविधा से नहीं जुड़े हैं. ऐसे में बच्चों को उपचार के लिए अस्पताल लाना भी परिजनों के लिए किसी समस्या से कम नहीं है.
बीमारी की हालत में मरीजों को 15 से 20 किलोमीटर पीठ पर उठाकर सड़क तक पहुंचाना पड़ता है. हालांकि इससे पूर्व इसी सप्ताह पंचायत में भेड़-बकरियां भी बुखार की चपेट में आई थी, जिनका उपचार अभी चल रहा है. ग्राम पंचायत गाड़ापारली के शाक्टी वार्ड की पंच निर्मला ठाकुर ने कहा कि शाक्टी, मरोड़, शुगाड़ गांव में बच्चे तेजी से वायरल की चपेट में आ रहे हैं. ग्रामीण पहली बार इस तरह की समस्या से जूझ रहे हैं. तीन गांवों में करीब 20 से अधिक बच्चे वायरल की चपेट में हैं.
वहीं, सीएमओ कुल्लू डॉ. सुशील चंद्र शर्मा (CMO Kullu Dr. Sushil Chandra Sharma) ने कहा कि बच्चों का उपचार घरद्वार पर किया जाएगा. विभाग ने चिकित्सकों समेत सात सदस्यों की टीम गठित की है, जो सोमवार सुबह गाड़ापारली पंचायत (Gram Panchayat Gadaparli of Banjar) के लिए रवाना हो गई हैं.
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