कुल्लू: जिला कुल्लू में कार्य कर रहे 4 बड़े अस्पतालों में दवाओं का सही तरीके से रिकॉर्ड नहीं रखना उनके लिए भारी पड़ गया है. स्वास्थ्य विभाग ने अभी अस्पतालों को नोटिस जारी किया है और 5 दिन के भीतर सारा रिकॉर्ड तलब किया है. दवाओं का रिकॉर्ड नहीं होने पर कार्रवाई अमल में लाई गई है.
जनवरी के अंतिम सप्ताह में स्वास्थ्य विभाग के जिला औषधि निरीक्षक ने कुल्लू और मनाली के निजी अस्पतालों में प्रतिबंधित दवाइयों को लेकर रिकॉर्ड खंगाला तो उसमें कई कमियां पाई गई. जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने जब रिकॉर्ड खंगालने का काम शुरू किया तो रिकॉर्ड में कई कमियां पाई गई. इसको लेकर कुल्लू के दो और मनाली के दो अस्पतालों को नोटिस भेज कर पांच दिन के भीतर जवाब देने को कहा है.
अस्पतालों को 5 दिन के भीतर देना होगा जवाब
ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश गौतम ने कहा कि लेखा-जोखा नहीं होने पर अब अस्पतालों को नोटिस भेजकर उन्हें पांच दिन का समय दिया गया है. उनसे पूरा रिकॉर्ड तलब किया है. बता दें कि प्रतिबंधित दवाइयों को पूरा रिकॉर्ड रखना जरूरी किया है तो इसका पूरा लेखा-जोखा होना चाहिए. वहीं, विभागीय कार्रवाई के बाद जिले के निजी अस्पतालों में हड़कंप मच गया है.
निजी अस्पतालों के साथ मेडिकल स्टोर्स में दवा की जांच
ड्रग इंस्पेक्टर दिनेश गौतम ने कहा कि अगर अस्पताल रिकॉर्ड देने में असमर्थ हुए तो विभाग उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने को मजबूर होगा. सभी को नोटिस भेज दिए हैं. उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों के साथ मेडिकल स्टोर्स में दवा की जांच की जाती है. आगे भी लोगों के स्वास्थ्य के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.
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