मनाली: विश्व विख्यात रोहतांग दर्रा बेशक बीआरओ के द्वारा वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है, लेकिन अभी भी इस मार्ग पर सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है.
दर्रे और घाटी में तापमान माइन्स में होने से पानी का सड़कों पर जमने का सिलसिला भी लगातार जारी है. जिसे सुबह और शाम के समय रोहतांग दर्रे में सफर करना किसी खतरे से खाली नहीं है. सड़क पर जम चुका पानी हादसे को न्यौता दे रहा है. वाहनों चालकों को दर्रे पर वाहनों को काफी सावधानी पूर्वक चलाना पड़ रहा है जरा सी गलती होने पर वाहन चालकों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ सकता है. जिला लाहौल स्पीति में तापमान माइनस में जाने से लोगों को खासी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है. तापमान माइनस में जाने से नदी व झीलों के जमने का सिलसिला शुरू हो गया है.
स्थानीय लोगों की मानें तो सुबह शाम तापमान में आ रही गिरावट से इस मार्ग पर अब सफर करना खतरे से खाली नहीं है और सड़क पर पानी भी जमना शुरू हो गया है. जिससे कई स्थानों पर वाहन चलाना काफी खतरनाक है. उनका कहाना है कि सुबह शाम तापमान में आ रही गिरावट से घाटी में काफी ठंड हो गई है और अब गाड़ियां चलाना भी काफी मुश्किल हो गया है.
ये भी पढ़ें- बुजुर्ग महिला क्रूरता मामले च अब तक 24 गिरफ्तारियां, पुलिसे 3 आरोपी ओर किते गिरफ्तार