कुल्लू: प्रदेश सरकार द्वारा जहां बीते दिनों सीमाओं को खोल दिया गया. वहीं, अब प्रदेश में पर्यटकों की आवक में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. बाहरी राज्यों से आ रहे पर्यटकों के स्वागत के लिए जिला कुल्लू के रेस्टोरेंट भी खुल गए हैं और यहां आने वाले ग्राहकों की भी रेस्टोरेंट में खूब आवभगत हो रही है.
हालांकि बाहरी राज्यों के मुकाबले प्रदेश में भी रोजाना सैकड़ों कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन उसके बाद भी लोग अब बाजारों का रुख करने से नहीं कतरा रहे हैं. हालांकि रोजाना बढ़ रहे संक्रमण के मामले को देखकर ज्यादातर लोग घरों में ही अपना समय व्यतीत कर रहे हैं, लेकिन लजीज व्यंजनों की चाहत ग्राहकों को सप्ताह के कुछ दिन रेस्टोरेंट की ओर खींच रही है.
वहीं, रेस्टोरेंट में भी ग्राहकों की आवभगत के लिए जहां स्टाफ को बुला लिया गया है. वहीं, लजीज खाने का मेन्यू भी उन्हें पेश किया गया है, ताकि ग्राहक कोरोना के इस दौर में भी मजे के साथ अपने परिवार के साथ लजीज व्यंजनों का आनंद ले सकें.
जिला कुल्लू में भी अब रेस्टोरेंट पूरी तरह से खुल चुके हैं और यहां परोसी जाने वाली हर डिश का मजा ग्राहक को दिया जा रहा है. हालांकि शुरुआती दौर में मेन्यू को कम कर दिया गया था और स्टाफ काफी कम बुलाया गया था. अब काम के बढ़ते ही स्टाफ भी वापस अपने काम पर लौट आया है.
हालांकि जिला कुल्लू में भी रोजाना कोरोना के दर्जनों मामले पेश आ रहे हैं, लेकिन लजीज खाने की चाहत ग्राहकों को रेस्टोरेंट खींच रही है. रेस्टोरेंट के संचालकों का कहना है कि शुरुआती दौर में उन्हें खासा नुकसान उठाना पड़ा और उनका स्टाफ भी काफी समय तक बेरोजगार रहा.
वहीं, पहले के मुकाबले अब उनका कार्य 80% तक चल पड़ा है और लोग भी काफी संख्या में अपने परिवार के साथ लजीज व्यंजनों की चाहत में रेस्टोरेंट का रुख कर रहे हैं. वहीं, इस कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा जारी एसओपी का भी पूरी तरह से पालन किया जा रहा है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
बता दें कि जिला कुल्लू में अब पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ने लगी है और यहां के रेस्टोरेंट संचालकों का अधिकतर कार्य पर्यटकों को पर ही निर्भर रहता है. ऐसे में आने वाले दिनों में पर्यटकों की आवक में वृद्धि होती है तो इससे संचालकों को काफी राहत मिलेगी.