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कोरोना पॉजिटिव विधायक की लापरवाही सरकार पर पड़ी भारी, अब PMO तक गहराया कोविड-19 संकट

पर्यटन नगरी मनाली के सोलंगनाला दौरे पर पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी के पहले सार्वजनिक कार्यक्रम में हिमाचल सरकार से बड़ी चूक हो गई है. 3 अक्टूबर को अगले दिन मुख्यमंत्री व कई अन्य बड़े नेता प्रधानमंत्री के साथ मंच से लेकर सभी कार्यक्रमों में साथ रहे. स्वास्थ्य विभाग की इस बड़ी चूक से अब हिमाचल के साथ-साथ प्रधानमंत्री कार्यालय तक कोरोना का साया मंडरा रहा है.

Kullu mla corona positive
सोलंगनाला दौरे पर मोदी
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Published : Oct 6, 2020, 12:57 PM IST

Updated : Oct 6, 2020, 3:13 PM IST

कुल्लू: कोरोना पॉजिटिव विधायक सुरेंद्र शौरी की लापरवाही अब प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी भारी पड़ती नजर आ रही है. दरअसल, बीते 3 अक्टूबर को अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन के लिए आए पीएम मोदी के संपर्क में रहे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया विधायक सुरेंद्र शौरी के प्राइमरी कॉन्टेक्ट में थे.

स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले यानि 2 अक्टूबर को ही मिल गई थी, लेकिन बड़ी बात ये है कि जब सुरेंद्र शौरी ने कोरोना टेस्ट करवाया था. तो उन्हें रिपोर्ट आने तक क्वारंटीन रहना चाहिए था. बावजूद इसके सुरेंद्र शौरी सीएम जयराम ठाकुर के संपर्क में आए और सीएम उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी के संपर्क में आए.

विधायक सुरेंद्र शौरी की इस बड़ी चूक ने पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर भी कोरोना का संकट खड़ा कर दिया है. इससे हिमाचल में अब हड़कंप मच गया है. फिलहाल मोदी के साथ मंच साझा करने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को क्वारंटाइन किया है.

सीएम ने बीते दिन बताया कि उन्हें शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी 3 अक्टूबर को मिली थी. उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है. वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे. वह भी आईसोलेट हो गए हैं. हालांकि दावा किया जा रहा है कि कई नेताओं की शौरी से दूर से मुलाकात हुई थी.

वही, इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है. सामान्य तौर पर किसी भी व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाती है और प्राइमरी कॉन्टेक्ट को क्वारंटीन होने को कहा जाता है, लेकिन शौरी के पॉजिटिव आने के बाद उन्हें तो क्वारंटीन कर दिया गया, लेकिन मुख्यमंत्री से लेकर अन्य सभी कॉन्टेक्ट घूमते रहे.

विधायक सुरेंद्र शौरी की बड़ी लापरवाही ने सभी को चिंता में डाल दिया है. मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत आधा दर्जन नेता भी क्वारंटीन हो गए हैं. मोदी के साथ मंच साझा करने वाले शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी. इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए है.

ये भी पढ़ें: जयराम ठाकुर हुए क्वारंटाइन, कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे मुख्यमंत्री

कुल्लू: कोरोना पॉजिटिव विधायक सुरेंद्र शौरी की लापरवाही अब प्रदेश सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार पर भी भारी पड़ती नजर आ रही है. दरअसल, बीते 3 अक्टूबर को अटल टनल रोहतांग के उद्घाटन के लिए आए पीएम मोदी के संपर्क में रहे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और वन मंत्री राकेश पठानिया विधायक सुरेंद्र शौरी के प्राइमरी कॉन्टेक्ट में थे.

स्वास्थ्य विभाग को शौरी के कोरोना पॉजिटिव होने की रिपोर्ट टनल उद्घाटन कार्यक्रम से एक दिन पहले यानि 2 अक्टूबर को ही मिल गई थी, लेकिन बड़ी बात ये है कि जब सुरेंद्र शौरी ने कोरोना टेस्ट करवाया था. तो उन्हें रिपोर्ट आने तक क्वारंटीन रहना चाहिए था. बावजूद इसके सुरेंद्र शौरी सीएम जयराम ठाकुर के संपर्क में आए और सीएम उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी के संपर्क में आए.

विधायक सुरेंद्र शौरी की इस बड़ी चूक ने पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर पर भी कोरोना का संकट खड़ा कर दिया है. इससे हिमाचल में अब हड़कंप मच गया है. फिलहाल मोदी के साथ मंच साझा करने वाले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने खुद को क्वारंटाइन किया है.

सीएम ने बीते दिन बताया कि उन्हें शौरी के पॉजिटिव होने की जानकारी 3 अक्टूबर को मिली थी. उन्होंने बताया कि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है. वहीं, अटल टनल कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से नजदीक से बात करने वाले वन मंत्री राकेश पठानिया भी संक्रमित विधायक के संपर्क में आए थे. वह भी आईसोलेट हो गए हैं. हालांकि दावा किया जा रहा है कि कई नेताओं की शौरी से दूर से मुलाकात हुई थी.

वही, इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है. सामान्य तौर पर किसी भी व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर उसकी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाती है और प्राइमरी कॉन्टेक्ट को क्वारंटीन होने को कहा जाता है, लेकिन शौरी के पॉजिटिव आने के बाद उन्हें तो क्वारंटीन कर दिया गया, लेकिन मुख्यमंत्री से लेकर अन्य सभी कॉन्टेक्ट घूमते रहे.

विधायक सुरेंद्र शौरी की बड़ी लापरवाही ने सभी को चिंता में डाल दिया है. मुख्यमंत्री के क्वारंटीन होने के बाद सीएम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, भाजपा के संगठन महामंत्री पवन राणा समेत आधा दर्जन नेता भी क्वारंटीन हो गए हैं. मोदी के साथ मंच साझा करने वाले शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि उन्होंने विधायक से मुलाकात नहीं की थी. इस वजह से वह अभी तक क्वारंटीन नहीं हुए है.

ये भी पढ़ें: जयराम ठाकुर हुए क्वारंटाइन, कोरोना संक्रमित के संपर्क में आए थे मुख्यमंत्री

Last Updated : Oct 6, 2020, 3:13 PM IST
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