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कोरोना कर्फ्यू के चलते ठप पड़ा कैटरिंग कारोबार, सरकार से राहत की मांग - Catering business affected

कोरोना संक्रमण के चलते हिमाचल में कारोबार काफी प्रभावित हुआ है. कैटरिंग कारोबार से जुड़े लोग भी बेरोजगार हो गए हैं. कैटरिंग कारोबारी नरेश मिश्रा का कहना है कि मई माह में उनके पास शादी व अन्य धार्मिक आयोजनों को लेकर काफी बुकिंग थी. लेकिन कोरोना संकट के चलते उन्हें सारी बुकिंग को रद्द करना पड़ा.

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Published : May 21, 2021, 1:21 PM IST

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संकट के चलते कई व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हुआ है. वहीं इस दौरान कैटरिंग कारोबार से जुड़े लोग भी बेरोजगार हो गए हैं. शादी-ब्याह में 20 लोगों की अनुमति के चलते अब रसोइए भी अपने घरों में बेकार बैठे हुए हैं.

कोरोना काल में कई लोग हुए बेरोजगार

कुल्लू जिले की अगर बात करें तो मई माह में यहां काफी संख्या में शादी समारोह जैसे आयोजन लोगों के द्वारा रखे गए थे. कोरोना कर्फ्यू की गाइडलाइन के तहत मात्र 20 लोगों के साथ ही समारोह को पूरा करने के निर्देश प्रदेश सरकार के द्वारा जारी किए गए है. जिसके चलते जिला कुल्लू के रसोइए भी अब अपने घरों में बेरोजगार बैठे हुए हैं.

वीडियो

सरकार से राहत की मांग

ऐसे में रसोइए व अन्य कामगारों ने भी प्रदेश सरकार से राहत देने की मांग रखी है. कैटरिंग के कारोबार से जुड़े नरेश मिश्रा का कहना है कि जनवरी से लेकर अप्रैल तक धार्मिक मान्यता के अनुसार अस्त चले हुए थे. जिस कारण कोई भी शुभ कार्य व अन्य समारोह पूरी तरह से बंद पड़े हुए थे. 20 अप्रैल के बाद जब सामाजिक समारोह शुरू हुए तो कोरोना का संकट आन पड़ा है.

कोरोना संकट के चलते रद्द हुई बुकिंग

कैटरिंग कारोबारी नरेश मिश्रा का कहना है कि मई माह में उनके पास शादी व अन्य धार्मिक आयोजनों को लेकर काफी बुकिंग थी. लेकिन कोरोना संकट के चलते उन्हें सारी बुकिंग को रद्द करना पड़ा. जिसका असर उनके अलावा उनके साथ जुड़े दर्जनों लोगों पर भी पड़ा है. ऐसे में प्रदेश सरकार से भी आग्रह है कि वह इस कारोबार से जुड़े लोगों के लिए भी राहत दें.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में एक दिन में 65 लोगों की कोरोना से मौत, 4257 संक्रमित हुए स्वस्थ

कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में कोरोना संकट के चलते कई व्यापारियों का कारोबार प्रभावित हुआ है. वहीं इस दौरान कैटरिंग कारोबार से जुड़े लोग भी बेरोजगार हो गए हैं. शादी-ब्याह में 20 लोगों की अनुमति के चलते अब रसोइए भी अपने घरों में बेकार बैठे हुए हैं.

कोरोना काल में कई लोग हुए बेरोजगार

कुल्लू जिले की अगर बात करें तो मई माह में यहां काफी संख्या में शादी समारोह जैसे आयोजन लोगों के द्वारा रखे गए थे. कोरोना कर्फ्यू की गाइडलाइन के तहत मात्र 20 लोगों के साथ ही समारोह को पूरा करने के निर्देश प्रदेश सरकार के द्वारा जारी किए गए है. जिसके चलते जिला कुल्लू के रसोइए भी अब अपने घरों में बेरोजगार बैठे हुए हैं.

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सरकार से राहत की मांग

ऐसे में रसोइए व अन्य कामगारों ने भी प्रदेश सरकार से राहत देने की मांग रखी है. कैटरिंग के कारोबार से जुड़े नरेश मिश्रा का कहना है कि जनवरी से लेकर अप्रैल तक धार्मिक मान्यता के अनुसार अस्त चले हुए थे. जिस कारण कोई भी शुभ कार्य व अन्य समारोह पूरी तरह से बंद पड़े हुए थे. 20 अप्रैल के बाद जब सामाजिक समारोह शुरू हुए तो कोरोना का संकट आन पड़ा है.

कोरोना संकट के चलते रद्द हुई बुकिंग

कैटरिंग कारोबारी नरेश मिश्रा का कहना है कि मई माह में उनके पास शादी व अन्य धार्मिक आयोजनों को लेकर काफी बुकिंग थी. लेकिन कोरोना संकट के चलते उन्हें सारी बुकिंग को रद्द करना पड़ा. जिसका असर उनके अलावा उनके साथ जुड़े दर्जनों लोगों पर भी पड़ा है. ऐसे में प्रदेश सरकार से भी आग्रह है कि वह इस कारोबार से जुड़े लोगों के लिए भी राहत दें.

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