कुल्लू: प्रदेश में परिवहन क्षेत्र में घाटे को कम करने के लिए जहां सरकार ने बसों के किराए में बढ़ोतरी की है. वहीं, अब ऑटो चालकों ने भी उन्हें राहत देने की मांग उठाई है. ऑटो चालकों का कहना है कि सरकार उनके सारे टैक्स को 2 साल के लिए माफ करें या फिर उनके किराए में वृद्धि करें.
हिमाचल प्रदेश ऑटो यूनियन की बैठक में भी ऑटो ऑपरेटरों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से रखा था. ऑटो चालकों का कहना है कि परिवहन क्षेत्र में भी वे लोग अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं. कोरोना काल से लेकर अब तक वे पुराने दामों पर ही सवारियों को सेवा दे रहे हैं, लेकिन इससे उनका गुजारा काफी मुश्किल हो रहा है.
हिमाचल प्रदेश ऑटो यूनियन फेडरेशन के महासचिव संजय कपूर ने कहा कि प्रदेश में 4 हजार से अधिक ऑटो चालक हैं. ये ऑटो चालक लगातार लोगों को अपनी सेवाएं दे रहे हैं. हालांकि, कोरोना के समय पर सरकार ने उन्हें टैक्स में मामूली सी राहत दी थी, जो उनके लिए नाकाफी है. उन्होंने कहा कि ऑटो चालकों को परमिट, इंश्योरेंस सहित कई अन्य प्रकार के टैक्स सरकार को भरने पड़ते हैं. वहीं, इस समय ऑटो से पैसे निकालने मुश्किल हो रहे हैं.
संजय कपूर ने कहा कि कोरोना के दौर में भी सवारियां घरों से नहीं निकल रही थी. आज भी वही हालत है. ऐसे में सरकार को जल्द से जल्द उन्हें रियायत देनी चाहिए.
संजय का कहना है कि प्रदेश के ऑटो यूनियन की बैठक में भी यह मुद्दा प्रमुखता से रखा गया था. सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए, ताकि गरीब तबके से जुड़े ऑटो चालकों को भी इसका लाभ मिल सके.
कुल्लू में ऑटो चला कर अपने परिवार का गुजारा कर रहे ओम सिंह का कहना है कि सरकार की टैक्स में दी गई रियायत नाकाफी है. ऐसे में उनका 2 साल के लिए टैक्स माफ कर दिया जाए या फिर ऑटो के किराए में थोड़ी बढ़ोतरी की जाए.
गौर रहे कि बस किराया बढ़ने के बाद अब ऑटो चालकों ने भी किराए को बढ़ाने की मांग रखी है, ताकि सरकार को टैक्स अदा करने के साथ-साथ अपने परिवार का गुजारा कर सकें.
ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: शिवसेना नेता संजय राउत पर कंगना ने लगाया धमकी देने का आरोप