कुल्लू: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर को अटल रोहतांग टनल का उद्घाटन किया था. पर्यटन नगरी कुल्लू व मनाली घूमने आने वाले पर्यटक अब अटल टनल देखने की भी इच्छा जता रहे है. मनाली अपनी प्राकृतिक सुंदरता के अलावा इस टनल के लिए भी जाना जा रहा है. 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बनी ये टनल भारत में अपनी तरह का एक इंजीनियरिंग लैंडमार्क है. घोड़े के नाल के आकार में बनी इस सुरंग लंबाई 9.2 किलोमीटर है. टनल में हर 60 मीटर की दूरी पर CCTV कैमरे लगाए गए हैं.
सुरंग के अंदर हर 500 मीटर की दूरी पर इमरजेंसी एग्जिट हैं. किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए फाइटर हाइड्रेंट लगाए गए हैं. वेंटिलेशन सिस्टम भी ऑस्ट्रेलियाई तकनीक पर आधारित है. पर्यटक टनल को देखने के काफी उत्साहित है. पर्यटन की दृष्टि से भी टनल आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. वीकेंड पर भारी संख्या में पर्यटक लाहौल पहुंच रहे हैं. वहीं, 3 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक करीब 4000 गाड़ियां टनल से आर पार हुई हैं. अब तक करीब 20 हजार लोग अटल टनल देखने के लिए पहुंचे हैं.
वहीं, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले 12 व 13 अक्टूबर को जिला कुल्लू के दो दिवसीय प्रवास पर आ रहे हैं. वह शाम 5 बजे सड़क मार्ग से अटल टनल रोहतांग के रास्ते लाहौल के लिए रवाना होंगे.
बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की 103 वर्षीय बुआ भी अटल टनल रोहतांग को देखने के लिए पहुंचीं. जेपी नड्डा की पत्नी डॉ. मल्लिका नड्डा भी साथ आई थी. बीजेपी चुनाव प्रकोष्ठ के जिला संयोजक जुगल शर्मा ने कहा कि जेपी नड्डा की बुआ ने कुल्लू से लाहौल के सिस्सू तक करीब डेढ़ सौ किलोमीटर का लंबा सफर करके टनल के रोमांचक सफर का आनंद लिया. मलिका नड्डा और जुगल शर्मा ने कहा कि अटल टनल न सिर्फ लाहौल वासियों के लिए मददगार साबित होगी, बल्कि भारतीय सेना के लिए भी काफी मददगार साबित हो रही है.
अब सर्दियों में भी हथियार और रसद की आपूर्ति आसानी से हो सकेगी. जोजिला पास के साथ-साथ अब इस टनल के जरिए भी फौजियों तक सामान की सप्लाई हो सकेगी. एसडीएम केलांग एवं जिला पर्यटन अधिकारी राजेश भंडारी ने कहा कि लाहौल घाटी में सरकारी व पर्यटन विभाग के होटलों व रेस्टहाउसों में भारी भीड़ उमड़ रही है. निजी होटलों में भी भारी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं.
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