कुल्लूः पर्यटन नगरी मनाली की अटल टनल रोहतांग के दोनों छोर पर भारी बर्फबारी का दौर सुबह तक जारी रहा. 24 घंटे के भीतर यहां ढाई फीट तक बर्फ रिकॉर्ड की गई है. लाहौल की समस्त घाटी में मंगलवार सुबह से भारी बर्फबारी का दौर जारी था, जिससे जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं.
दारचा, योचे छिका, रारिक, सिस्सु, गोंदला, खंगसर, नैनगाहर, गवाड़ी, चोखंग व मायड़ घाटी के ऊंचाई वाले ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फबारी अधिक होने से ग्रामीणों को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा है. लगातार जारी हिमपात से लाहौल स्पीति सहित मनाली के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है. लाहौल स्पीति और कुल्लू प्रशासन ने सासे की मदद से जगह चिन्हित कर लोगों को आगाह कर दिया है.
इन क्षेत्रों में बना हिमस्खलन का खतरा
मनाली की ओर से नेहरु कुंड सहित सोलंगनाला से धुंधी तक हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है जबकि लाहौल घाटी में अटल टनल के नार्थ पोर्टल सहित सिस्सु और गोंदला से केलंग तक व केलंग से उदयपुर तक जगह जगह हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है.
डीसी लाहौल स्पीति पंकज राय ने सभी लोगों से आग्रह किया कि भारी बर्फबारी को देखते हुए वो घरों से बाहर न निकलें.
विभिन्न क्षेत्रों में हुई बर्फबारी
बीते दिन लाहौल में अटल टनल के नार्थ पोर्टल और सिस्सु में ढाई फीट, केलंग 10 इंच, जिस्पा एक फीट, छिका रारिक डेढ़ फीट, उदयपुर, 10 इंच, काजा, आधा फीट, समदो चार इंच, पिन घाटी 11 इंच, ताबो 4 इंच बर्फ बारी दर्ज की गई है. रोहतांग दर्रे पर 4 फीट, मनाली के राहनीनाला 3 फीट, मढ़ी ढाई फीट, गुलाबा 2 फीट, कोठी 1 फीट, अटल टनल के साउथ पोर्टल सवा 2 फीट, धुंधी 2 फीट, फातरु व अंजनीमहादेव डेढ़ फीट, सोलंगनाला 1 फीट, पलचान, कुलंग और मझाच आधा फीट जबकि पर्यटन नगरी मनाली में 2 इंच बर्फबारी हुई है.
ये भी पढ़ेंः- किन्नौर में भारी बर्फबारी से किसान-बागवान खुश, जिला की 80 फीसदी सड़कें बाधित