किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में बुधवार को तांगलिंग नाले का जलस्तर बढ़ गया. निजी कंपनी के कुछ कर्मचारियों ने नाले को पार करने की कोशिश की, लेकिन पानी का जलस्तर ज्यादा होने से दोनों को बीच से वापस लौटना पड़ा. एक कर्मचारी लौटते समय गड्ढे में जा गिरा और बहते-बहते बचा. किनारे पर खड़े लोगों ने समय रहते उसे बाहर खीच लिया.
नाले में बढ़े जलस्तर के कारण सड़क भी क्षतिग्रस्त हो गई है. नाले में बाढ़ आने से ग्रामीण दहशत में है. बता दें कि हिमाचल में मानसून की दस्तक होते ही भारी बारिश होने का सिलसिला जारी हो गया है. वहीं, बुधवार को भी हल्की बारिश से तांगलिंग नाले ने प्रचंड रूप धारण कर लिया. नाले का जलस्तर अचानक बढ़ गया. नाले का जलस्तर बढ़ने से सड़क पर बना अस्थाई पुल भी बह गया है. पुल के बहने से सड़क पर वाहनों और लोगों की आवाजाही ठप हो गई है. ग्रामीणों को गांव से बाहर जाने में दिक्कतें आ रही हैं और सड़क मार्ग बंद होने से दो पंचायत सड़क सुविधा से कट चुके हैं.
जिला में अब हल्की बारिश के बाद भी नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने लगता है और जिला के नदी नालों में बाढ़ से नुकसान होने की आशंका रहती है. ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन से तांगलिंग नाले पर मजबूत पुल बनाने की मांग की थी, लेकिन अबतक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है.
मानसून आने के बाद हिमाचल में भारी बारिश का सिलसिला जारी रहेगा, ऐसे में अब आए दिन नदी-नालों के जलस्तर में बढ़ोतरी होगी, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.
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