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पेयजल समस्या से जूझ रहा किन्नौर, पशुओं को भी पिलाना पड़ रहा बर्फ का पानी

जिला किन्नौर में आसमानी सफेद आफत थमने के बाद पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है. पानी कि किल्लत को दूर करने के लिए लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर प्राकृतिक जलस्त्रोत से पीने का पानी भरकर लाना पड़ रहा है.

water crises in kinnaur
बर्फबारी के बाद पेयजल की किल्लत से जूझ रहा किन्नौर
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Published : Jan 18, 2020, 1:25 PM IST

किन्नौर: जिला में लगातार हो रही बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. किन्नौर में बिजली, सड़क के बाद सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है. पिछले 16 दिनों से लोगों को पानी की किल्लत से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि किन्नौर में भारी बर्फबारी के चलते समूचे जिला में पानी के सारे स्त्रोत जम गए हैं. पाइप लाइन पूरी तरह टूट गई है साथ ही पानी की सप्लाई बंद हो चुकी है. वहीं, जिला के दुर्गम क्षेत्र कुनोचारनग, छितकुल, रकच्छम, कल्पा, हांगो, चुलिंग में लोगों समेत अब पशुओं को भी पीने के पानी का अकाल पड़ गया है.

वीडियो.

लोग पशुओं को भी बर्फ का पानी पिघलाकर पिला रहे है. लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर प्राकृतिक जलस्त्रोत से पीने का पानी भरकर लाना पड़ रहा है. बर्फभारी से पानी के नल जमने के कारण अब आईपीएच विभाग के कर्मचारियों को भी पाइपलाइन को ठीक करना काफी मुश्किल हो गया है.

ये भी पढ़ें: बर्फ की सफेद चादर में लिपटा किन्नौर, देखिए खूबसूरत तस्वीरें

किन्नौर: जिला में लगातार हो रही बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. किन्नौर में बिजली, सड़क के बाद सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है. पिछले 16 दिनों से लोगों को पानी की किल्लत से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि किन्नौर में भारी बर्फबारी के चलते समूचे जिला में पानी के सारे स्त्रोत जम गए हैं. पाइप लाइन पूरी तरह टूट गई है साथ ही पानी की सप्लाई बंद हो चुकी है. वहीं, जिला के दुर्गम क्षेत्र कुनोचारनग, छितकुल, रकच्छम, कल्पा, हांगो, चुलिंग में लोगों समेत अब पशुओं को भी पीने के पानी का अकाल पड़ गया है.

वीडियो.

लोग पशुओं को भी बर्फ का पानी पिघलाकर पिला रहे है. लोगों को कई किलोमीटर पैदल चलकर प्राकृतिक जलस्त्रोत से पीने का पानी भरकर लाना पड़ रहा है. बर्फभारी से पानी के नल जमने के कारण अब आईपीएच विभाग के कर्मचारियों को भी पाइपलाइन को ठीक करना काफी मुश्किल हो गया है.

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Intro:किन्नौर न्यूज़।

किन्नौर में 16 दिनों से पीने के पानी की किल्लत,लोगो को पानी भरने जाना पड़ रहा कई किलोमीटर दूर।

किन्नौर-जनजातीय जिला किन्नौर में पिछले कई दिनों से लगातार बर्फभारी हो रही है ऐसे में जिला किन्नौर का जनजीवन प्रभावित हुआ है और जिला में बिजली,सड़क के बाद सबसे अधिक समस्या पीने के पानी की है जो पिछले 16 दिनों से चली हुई है।




Body:बताते चले कि जिला किंन्नौर में भारी बर्फभारी के चलते समूचे जिला में पानी के सारे स्त्रोत जम गए है तो कही पाइपलाइनें पूरी तरह टूट गयी है और पानी की सप्लाई बंद हो चुकी है वही जिला के दुर्घम क्षेत्र कुनोचारनग,छितकुल,रकच्छम,कल्पा,हांगो,चुलिंग में लोगो समेत अब पशुओं को भी पीने के पानी का अकाल पड़ गया है और लोग पशुओ को भी बर्फ़ का पानी पिघलाकर पिला रहे है,जिला में पानी की ऐसी समस्या उतपन हुई है कि अब लोगो को कई किलोमीटर पैदल चलकर गिने चुने प्राकृतिक जलस्त्रोत से एक वक्त के पीने का पानी भरकर लाना पड़ रहा है।




Conclusion:जिला किन्नौर में बर्फभारी से पानी के नल झमने के कारण अब आईपीएच विभाग के कर्मचारियों को भी पाइपलाइनों को ठीक करना काफी मुश्किल साबित होने वाला है क्यों कि ऐसी बर्फभारी में सारी पाइपलाइनें दबी हुई है और कई पाइपलाइनें तो टूटकर बिखरी हुई है जिसे ठीक करने में अब कई दिन लग सकते है।
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