किन्नौर: कोरोना वायरस को लेकर प्रदेशभर में कर्फ्यू लगाया गया है. कर्फ्यू के कारण सैंकड़ों मजदूरों को खाने पीने की भारी समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार के साथ-साथ समाजसेवी संस्थाएं भी जरूतमंदों की सहायता के लिए आगे आ रही है.
वहीं, जिला किन्नौर की नाको पंचायत के प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने भी प्रवासी मजदूरों को राशन आवंटन का काम शुरू किया है. नाको पंचायत के प्रतिनिधियों व ग्रामीण पिछले कई दिनों से नाको व आसपास के इलाकों में फंसे हुए हैं. सभी प्रवासी मजदूरों को जिनके पास खाने पीने का सामान खत्म हो चुका था, ऐसे सैकड़ों मजदूरों को राशन व दूसरी चीजें मुहैया करवाई गई है.
नाको पंचायत में मौजूदा समय में करीब 200 प्रवासी मजदूरों की संख्या है. नाको के ग्रामीण व पंचायत ने ऐसे सभी मजदूरों को लॉकडाउन खुलने तक राशन देने का निर्णय लिया है. बता दें कि नाको जिला का सबसे ऊंचे ठंडे व दुर्गम क्षेत्रों में से एक गांव है, जहां मजदूर भवन निर्माण, सड़क निर्माण, मटर, आलू व पर्यटन से सम्बंधित मजदूरी के लिए आते हैं.
कर्फ्यू के बाद इन मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है और बिना काम के पैसे कमाना मुश्किल हो चुका है, ऐसे में कई मजदूरों के परिवार की संख्या भी अधिक है और थोड़े से राशन में भर पेट खाना मिलना भी काफी हद तक मुश्किल है इसलिए पंचायत व गांव की तरफ से इन सभी मजदूरों को राशन की हर सम्भव कोशिश की जा रही है.
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