किन्नौरः बीते दो दिनों से छाए बादलों व बारिश के चलते किन्नौर में एक बार फिर से पारा गिर गया है. जिस कारण ठंड का प्रकोप इतना बढ़ गया है कि बाहर से आए पर्यटकों व स्थानीय लोगों को अब सर्दियों के कपड़े फिर से बाहर निकालने पड़ गए हैं.
वहीं, किन्नौर के कई निचले क्षेत्रों में ये बारिश फसलों के लिए वरदान मानी जा रही है. इसके अलावा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मौसम का ठंडा मिजाज अभी भी नकदी फसलों के लिए खतरा बना हुआ है.
बारिश के चलते जिला के सांगला वेली, भावावेली और अप्पर किन्नौर में बुधवार सुबह से ही दो बार सड़कों पर चट्टानें गिरने की खबरें सामने आई. जिसे बीआरओ की टीम व पीडब्ल्यूडी विभाग ने तुरन्त मशीनों से हटाया.
इन दिनों बारिश आने से सारे प्राकृतिक जल स्त्रोत भी जगह-जगह निकलने शुरू हुए हैं, जिससे लोगों को पानी की समस्या से निजात मिल रहा है. बता दें कि किन्नौर के समूचे क्षेत्र में जहां बारिश हो रही है. वही, किन्नौर की पहाड़ियां बर्फ से सफेद दिख रही है जो कि पर्यटकों को अपनी ओर आकृषित कर रहें हैं.