ऊना: देश की प्रीमियम ट्रेन सेवाओं में से एक वंदे भारत ट्रेन पर जिला में लगातार दो दिन पथराव करने की घटनाएं सामने आई हैं. हालांकि इस पथराव के दौरान ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन पथराव के चलते ट्रेन के शीशे जरूर क्षतिग्रस्त हुए हैं. हालांकि यह किसी की साजिश है या शरारत, जिस तरीके से ट्रेन को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है ये बड़ा सवाल बना हुआ है.
जबकि दूसरी तरफ पुलिस ने रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले प्रवासी श्रमिकों से इस मामले को लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया है. दूसरी तरफ रेलवे की ओर से इस मामले में जांच के लिए डीसी और पुलिस अधीक्षक ऊना से भी पत्र लिखकर सहयोग मांगा जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ आम लोगों में भी ट्रेन पर पत्थर की घटनाओं को लेकर काफी चर्चा है. एक ही ट्रेन को अलग-अलग जगह से पथराव करके निशाना बनाए जाने की घटना को लोग साजिश का हिस्सा भी मानने लगे हैं.
बता दें कि लगातार शनिवार और रविवार लगातार दो दिन जिला में अलग-अलग जगह पर वंदे भारत ट्रेन पर पथरबाजी की गई है. रेलवे पुलिस चौकी के कार्यकारी प्रभारी मोहिंदर सिंह का कहना है कि, 'शनिवार को जहां जिला मुख्यालय के करीबी गांव बसाल में दोपहर के समय वंदे भारत की चार बोगियों पर पत्थर मारे गए हैं. वहीं, रविवार को भी अब वंदे भारत ट्रेन की दो बगियां पर पथराव किया गया.'
पथराव के दौरान 2 कोचों के शीशे टूट गए. ये ट्रेन ऊना से दिल्ली जा रही थी. इसको लेकर रेलवे ने उपायुक्त और एसपी ऊना को भी पत्र लिख रही है. इन दो घटनाओं से पहले 18 अक्टूबर 2022 को भी वंदे भारत के शुरुआती दौर में रेलवे स्टेशन के बिल्कुल करीब अजनोली में भी पथरबाजी हो चुकी है. रेलवे पुलिस चौकी के कार्यकारी प्रभारी मोहिंदर सिंह का कहना है कि, 'पुलिस ने इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है. मामले की जांच अमल में लाई जा रही है. रेलवे ट्रैक के आसपास रहने वाले प्रवासी श्रमिकों और उनके बच्चों से भी इस मामले को लेकर जानकारी लेने का प्रयास जारी है. रेलवे पुलिस की टीमें पेट्रोलिंग कर रही हैं '