किन्नौर : हिमाचल प्रदेश में फैलता नशे का जाल अब किन्नौर जिले को भी अपन चपेट में ले रहा है. नशे के इस जाल में प्रदेश के युवा फंसकर बर्बाद हो रहे हैं. प्रदेश में ऐसा कोई दिन नहीं होता जब पुलिस किसी नशा तस्कर को गिरफ्तार ना करती हो. कुल्लू से लेकर कांगड़ा और शिमला से सिरमौर तक रोज ऐसे मामले सामने आते हैं और किन्नौर भी इससे अछूता नहीं है.
किन्नौर में नशा तस्करी के मामले- किन्नौर जिले में साल 2022 और इस साल के बीते 2 महीनों में कई मामले सामने आ चुके हैं. पुलिस के मुताबिक साल 2022 में चिट्टा यानी हेरोइन तस्करी के 11 मामलों में 28 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनमें एक महिला भी शामिल थी. इसी तरह पिछले साल चरस के 21 मामलों में 29 पुरुष औऱ 4 महिला आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. इस साल अब तक चिट्टा तस्करी के 5 मामलों में 6 आरोपी पुलिस गिरफ्त में आए हैं जबकि चरस के 3 मामलों में 4 लोग गिरफ्तार हुए हैं.
पुलिस भी कस रही शिकंजा- ड्रग तस्करों पर पुलिस भी शिकंजा कस रही है. नशा तस्करों के साथ-साथ नशा करने वालों की धरपकड़ जारी है. किन्नौर पुलिस ने जनता से भी नशा तस्करों पर शिकंजा कसने में मदद मांगी है और नशा तस्करों से जुड़ी जानकारी शेयर करने के लिए कहा है. हिमाचल पुलिस ने 'ड्रग फ्री एप' भी चलाया है जिसमें कोई भी व्यक्ति नशा तस्करों या नशा करने वालों की सूचना गुप्त तरीके से दे सकता है.
एसपी किन्नौर विवेक चहल के मुताबिक पुलिस नशा तस्करों के खिलाफ लगातार शिकंजा कस रही है, खासकर चिट्टे की तस्करी के खिलाफ पुलिस सजग है. एसपी के मुताबिक नशे के खिलाफ समाज को भी अपनी भूमिका निभानी होगी. तस्करों के अलावा नशे के आदी लोगों का इलाज करवाना होगा, इन्हें नशा मुक्ति केंद्र भेजा जाना चाहिए ताकि वो नशे की लत छोड़ दें. इसके लिए सीएमओ किन्नौर से मदद ली जाएगी.
जिला परिषद ने उठाए कदम- नशे के फैलते जाल को देखते हुए बीते दिनों जिला परिषद किन्नौर ने भी ठोस कदम उठाने का प्रस्ताव पास किया है. जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस के मुताबिक जिले की पंचायतों को इस मुहिम से जोड़ा जाएगा और जागरुक किया जाएगा ताकि जिले में चिट्टे और अन्य नशे के कारोबार पर नकेल कसी जा सके.
ये भी पढ़ें: मनाली में नशा बेच रहे युवाओं पर स्थानीय लोगों की कार्रवाई, इंटरनेट पर वीडियो हुआ वायरल