किन्नौर: देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी (First voter of India Shyam Saran Negi) देश के अंदर हर विधानसभा, लोकसभा, पंचायती राज चुनावों में अपने मत का प्रयोग करने के लिए लोगों को प्रेरित करते रहते हैं. उन्होंने अब तक हर चुनाव में अपने मत का प्रयोग किया है. श्याम सरन नेगी ने अक्टूबर 1951 में पहली बार अपने मत का प्रयोग किया था. तब वे किन्नौर के मूरंग स्कूल में एक अध्यापक थे और उनकी ड्यूटी चुनावों में चुनाव कर्मी के रूप मे लगी थी. ऐसी परिस्थिति में भी उन्होंने शौंग ठोंग नामक स्थान से कल्पा तक का 25 किलोमीटर का सफर पैदल पूरा किया था और सुबह साढ़े 6 बजे कल्पा पहुंचने के बाद उन्होंने बूथ नंबर 50-51 में अपने मत का पहला प्रयोग किया था.
देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी का कहना है कि देश ने पहले जहां राजा महाराजाओं और अंग्रेजों का राज होता था, तो वहीं गुलामी से आजादी मिलने के बाद देश विकसित हुआ और आज देश में राज तंत्र समाप्त हुआ है. उन्होंने कहा कि देश में अब लोकतंत्र है, जिसमें जनता का राज चलता है. यहां हर व्यक्ति को अपने पसंदीदा नेता चुनने का अधिकार है और लोकतंत्र का यह महोत्सव हर पांच वर्ष बाद आता है. (Himachal assembly election 2022).
उन्होंने कहा कि 1951 मे पहली बार उन्होंने अपने मत का प्रयोग किया था और अब तक ऐसा कोई चुनाव नहीं हुआ, जिसमें उन्होंने वोट न डाला हो. उन्होंने कहा कि इस बार के विधानसभा चुनाव में वे 14वीं मर्तबा अपने मत का प्रयोग करेंगे, जिसके लिए वे उत्सुक हैं. उन्होंने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में वे अपने स्वास्थ्य के हिसाब से अपने मत का प्रयोग करेंगे. क्योंकि उन्हें आंखों से कम दिखाई दे रहा है और हाथ-पैरों में अकड़न से भी उन्हें परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का महापर्व को मनाने के लिए वे पूरी तरह तैयार हैं.
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