किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर में मौसम का मिजाज बदल गया है, जिसके चलते ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी व निचले क्षेत्रों में बारिश हुई है. ऐसे में जिला के कई क्षेत्रों में तो नदी-नाले पूरी तरह जम चुके हैं. पीने के पानी के सभी जलस्रोत भी जम गए हैं. बर्फबारी के चलते ठंड भी बढ़ गई है. बाजारों में भी अब चहल-पहल कम हो गई है.
बागवान और किसान खुश
स्थानीय निवासी शांता नेगी का कहना है कि किन्नौर में बर्फबारी से बागवानों व किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है. बर्फबारी से जिला के सेब बागवानों व किसानों को फायदा होगा. इन दिनों बागवान अपने सेब के बगीचों में उर्वरक खाद इत्यादि डालते हैं, जिसमे खेतों में नमी की खासी आवश्यकता रहती है. ऐसे में इस बर्फबारी से बागवानों को खेतों में खाद डालने के बाद नमी की दिक्कत नहीं होगी.
पर्यटकों से डीसी ने की अपील
वहीं, दूसरी ओर डीसी किन्नौर हेमराज बैरवा ने बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों व स्थानीय लोगों को बर्फबारी के दौरान पहाड़ों की ओर जाने से मनाही की है. बर्फबारी के दौरान पहाड़ों में फिसलन भरे रास्तों व ग्लेशियर का खतरा बना रहता है, जिसको देखते डीसी किन्नौर ने सभी पर्यटकों व लोगों से एहतियात बरतने की अपील की है.
डीसी किन्नौर ने पर्यटकों व आम लोगों से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाने की मनाही की है. वहीं, बर्फबारी के बाद भी फिलहाल जिला में परिवहन निगम की बसों की आवाजाही चली हुई है.