किन्नौर: उपायुक्त हेमराज बैरवा ने गुरुवार को किन्नौर जिले के ग्राम पंचायत प्रधानों के साथ वर्चुअल बैठक कर कोरोना संबंधी जानकारी हासिल की. उन्होंने इस दौरान विभिन्न पंचायतों द्वारा कोरोना महामारी को रोकने संबंधी उठाए गए कदमों की जानकारी हासिल की.
'महामारी को रोकने में सहयोग दें लोग'
उपायुक्त ने कहा कि देश और प्रदेश के अन्य जिलों की तरह किन्नौर जिला भी कोरोना महामारी से जूझ रहा है. ऐसे में इस महामारी को रोकने में सभी का सहयोग आवश्यक है. उन्होंने ग्राम पंचायत प्रधानों से आग्रह किया कि वह बीमार लोगों की पहचान कर उन्हें कोरोना टेस्ट के लिए प्रेरित करें. उपायुक्त ने कहा कि पिछले ढाई महीने के दौरान जिले में लोग खांसी, जुखाम और बुखार आदि की बीमारी को छिपा रहे हैं. इससे जिले में कोरोना के कारण मृत्यु दर में वृद्धि हुई है. कोरोना संक्रमण भी फैला है. उन्होंने कहा कि लोग तभी अस्पताल आ रहे हैं जब वह गंभीर रूप से बीमार हो जाते हैं, ऐसे में इलाज करने में भी कठिनाई आती है.
'पंचायत बीमार लोगों की सूचना प्रशासन को देगी'
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा इसी उद्देश्य के लिए ग्राम पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है जिसमें वार्ड मेम्बर सहित आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकता को शामिल किया गया है. यह अपने-अपने वार्ड में ऐसे लोगों की पहचान करेंगे जिन्हें खांसी, जुकाम और बुखार के लक्षण हैं और इसकी जानकारी ग्राम पंचायत प्रधान के माध्यम से जिला प्रशासन को देंगे. उन्होंने कहा कि यदि इन लक्षणों से पीड़ित व्यक्ति समय पर अस्पताल पहुंच जाए तो उसका इलाज करने में आसानी होती है.
उन्होंने कहा कि पाॅजिटिव आए अधिकतर लोगों को होम आइसोलेशन पर ही रहना पड़ता है. केवल 3 से 4 प्रतिशत लोगों को ही अस्पताल में दाखिल होने की आवश्यकता पड़ती है. हेमराज बैरवा ने सभी ग्राम पंचायत प्रधानों से आग्रह किया कि वह ग्राम पंचायत के अंदर किसी भी प्रकार के धार्मिक और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन न होने दें.
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