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Shyam Saran Negi: लोकतंत्र के महापर्व के प्रति जज्बा ऐसा की जाते-जाते भी कर गए वोट - मास्टर श्याम सरन नेगी ने डाला अंतिम वोट

मतदान के प्रति क्या कोई इतना उत्साहित भी हो सकता है कि अपने अंतिम समय में भी वोट डालने से पीछे न हटे ? जी हां ऐसी ही कहानी है देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी की. जिनसे लोगों को सीख लेनी चाहिए. शनिवार सुबह तीन बजे उनका निधन हो गया है. जाते-जाते भी श्याम सरन नेगी विधानसभा चुनाव के लिए अपना वोट कर गए. श्याम सरन नेगी लोकतंत्र (First voter of India Shyam Saran Negi) के महापर्व यानी चुनावों के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे, जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अपने अंतिम पड़ाव पर भी वे लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते रहे.

Country first voter Shyam Saran Negi passes away
Country first voter Shyam Saran Negi passes away
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Published : Nov 5, 2022, 1:10 PM IST

Updated : Nov 5, 2022, 3:12 PM IST

किन्नौर: देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी अब नहीं (Country first voter Shyam Saran Negi passes away) रहे. 105 वर्ष की आयु में श्याम सरन नेगी का देहांत हो गया है. हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के रहने वाले मास्टर श्याम सरन नेगी ने बीते 2 नवंबर को ही हिमाचल विधानसभा चुनाव (Himachal assembly election 2022) के लिए अपना पोस्टल वोट डाला था.

श्याम सरन नेगी लोकतंत्र (First voter of India Shyam Saran Negi) के महापर्व यानी चुनावों के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे, जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अपने अंतिम पड़ाव पर भी वे लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते रहे. वे हमेशा लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते रहते थे. हाल ही में वोट डालने के पहले भी उन्होंने मतदान के प्रति अपनी उत्सुकता जाहिर की थी.

देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी.

विधानसभा चुनाव में मतदान के प्रति वे इतने उत्सुक थे की उन्होंने पोलिंग बूथ पर ही वोट डालने का निर्णय लिया था. 105 वर्ष के पड़ाव में भी उनका हौसला उसी तरह बुलंद था, जैसा वर्ष 1951 में देखा गया था. जब वह पहला वोट डालकर देश के पहले मतदाता बने थे. इतना ही नहीं चुनाव आयोग की तरफ से उनके पास अधिकारी 12D का फॉर्म लेकर भी आए थे, ताकि वे घर पर ही अपना वोट डाल सकें. लेकिन मास्टर श्याम सरन नेगी ने 12D का फॉर्म अधिकारियों को वापस कर दिया था.

श्याम सरन नेगी ने कहा था कि जब तक उनके हौसले बुलंद हैं, तब तक बुढ़ापा लोकतंत्र का महापर्व मनाने से उन्हें नहीं रोक सकता. वे इस पर्व को आज भी उसी तरह मनाएंगे जिस तरह उन्होंने वर्ष 1951 में पहली बार मतदान करते हुए मनाया था. हालांकि बाद में स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्होंने घर से ही वोट डाला था. उन्होंने 1951 मे पहली बार अपने मत का प्रयोग किया था और अब तक ऐसा कोई चुनाव नहीं था, जिसमें उन्होंने वोट न डाला हो. अपने अंतिम समय में भी हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए वे अपना महत्वपूर्ण वोट डाल (Master Shyam Saran Negi Last vote) गए. उन्होंने विधानसभा चुनाव में 14वीं मर्तबा अपने मत का प्रयोग किया था.

ये भी पढ़ें: देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी : बड़ी दिलचस्प है एक मास्टर के लोकतंत्र का हीरो बनने की कहानी

किन्नौर: देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी अब नहीं (Country first voter Shyam Saran Negi passes away) रहे. 105 वर्ष की आयु में श्याम सरन नेगी का देहांत हो गया है. हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के रहने वाले मास्टर श्याम सरन नेगी ने बीते 2 नवंबर को ही हिमाचल विधानसभा चुनाव (Himachal assembly election 2022) के लिए अपना पोस्टल वोट डाला था.

श्याम सरन नेगी लोकतंत्र (First voter of India Shyam Saran Negi) के महापर्व यानी चुनावों के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे, जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अपने अंतिम पड़ाव पर भी वे लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते रहे. वे हमेशा लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करते रहते थे. हाल ही में वोट डालने के पहले भी उन्होंने मतदान के प्रति अपनी उत्सुकता जाहिर की थी.

देश के प्रथम मतदाता मास्टर श्याम सरन नेगी.

विधानसभा चुनाव में मतदान के प्रति वे इतने उत्सुक थे की उन्होंने पोलिंग बूथ पर ही वोट डालने का निर्णय लिया था. 105 वर्ष के पड़ाव में भी उनका हौसला उसी तरह बुलंद था, जैसा वर्ष 1951 में देखा गया था. जब वह पहला वोट डालकर देश के पहले मतदाता बने थे. इतना ही नहीं चुनाव आयोग की तरफ से उनके पास अधिकारी 12D का फॉर्म लेकर भी आए थे, ताकि वे घर पर ही अपना वोट डाल सकें. लेकिन मास्टर श्याम सरन नेगी ने 12D का फॉर्म अधिकारियों को वापस कर दिया था.

श्याम सरन नेगी ने कहा था कि जब तक उनके हौसले बुलंद हैं, तब तक बुढ़ापा लोकतंत्र का महापर्व मनाने से उन्हें नहीं रोक सकता. वे इस पर्व को आज भी उसी तरह मनाएंगे जिस तरह उन्होंने वर्ष 1951 में पहली बार मतदान करते हुए मनाया था. हालांकि बाद में स्वास्थ्य खराब होने के चलते उन्होंने घर से ही वोट डाला था. उन्होंने 1951 मे पहली बार अपने मत का प्रयोग किया था और अब तक ऐसा कोई चुनाव नहीं था, जिसमें उन्होंने वोट न डाला हो. अपने अंतिम समय में भी हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए वे अपना महत्वपूर्ण वोट डाल (Master Shyam Saran Negi Last vote) गए. उन्होंने विधानसभा चुनाव में 14वीं मर्तबा अपने मत का प्रयोग किया था.

ये भी पढ़ें: देश के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी : बड़ी दिलचस्प है एक मास्टर के लोकतंत्र का हीरो बनने की कहानी

Last Updated : Nov 5, 2022, 3:12 PM IST
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