किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज जिला किन्नौर के दौरे पर हैं. इस दौरान वह किन्नौर के चोलिंग पहुंचे. इसके बाद मुख्यमंत्री ने आपदा के दौरान किन्नौर में फंसे हुए सभी पर्यटकों से मुलाकात की और उनसे उनका हाल जाना. किन्नौर जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हेलीकॉप्टर के जरिए हवाई सर्वेक्षण किया और जिले में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया.
प्रदेशभर में फंसे पर्यटक: इस दौरान मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में ऐसा मंजर कभी नहीं देखा है. बरसात से नुकसान हर साल होता है, लेकिन इतने बड़े स्तर पर पूरे प्रदेशभर में ऐसी तबाही नहीं देखी है. प्रदेश में बारिश के चलते आई आपदाओं से करोड़ों का नुकसान हुआ है. जिसमें कई लोगों की मौत हुई है. हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों में हजारों की संख्या में लोग फंस गए हैं. जिन्हें वहां से सुरक्षित निकालने के काम में सरकार और प्रशासन जुटा हुआ है. जिन इलाकों में लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा राहत सामग्री व राहत राशि दी जा रही है. प्रदेश सरकार के मंत्री और अधिकारी धरातल पर उतरकर लोगों की मदद करने का काम कर रहे हैं.
'केंद्र से नहीं मिली मदद': मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में आपदा से जनजीवन अस्त वयस्त है. जिसमें प्रदेश सरकार लोगों की आर्थिक व अन्य मदद कर रही है, लेकिन केंद्र सरकार ने इस विपदा की घड़ी में अबतक किसी प्रकार की राहत राशि हिमाचल प्रदेश के लिए जारी नहीं की है. प्रदेश सरकार ने आर्थिक रूप से केंद्र सरकार से सहायता मांगी है. उन्होंने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस विषय पर बात हुई है और प्रधानमंत्री से उन्हें राहत राशि देने की उम्मीद भी है. वहीं, प्रदेश के सभी क्षेत्रों में बिजली, सड़क, पानी को रिस्टोर करने के लिए अधिकारी काम कर रहे हैं और जल्द ही प्रदेश का जनजीवन सामान्य हो जाएगा.
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