धर्मशालाः विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सुबह से बारिश का दौर जारी रहा. वहीं इसी बारिश के बीच एक युवती विधानसभा गेट के बाहर खड़ी होकर इंसाफ की मांग करती नजर आई. युवती अपने हाथों में तख्ती लेकर भाई के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रही थी.
युवती के साथ आए समाजसेवी संजय शर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि युवती का नाम शालिनी परमार है और ये धर्मशाला के नजदीक डाड़ गांव की निवासी है. शालिनी के पिता अस्थमा के मरीज हैं और काफी समय से वह बीमार है. शालिनी के परिवार में घर में एकमात्र भाई था जो सहारा था, लेकिन उनकी मौत के बाद सब टूट गया.
शालिनी परमार का भाई नोएडा में किसी कंपनी में कार्यरत था और पिछले वर्ष 31 दिसंबर के दिन निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले को लेकर शालिनी परमार ने हर एक नेता की चौखट पर जाकर इंसाफ की भीख मांगी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया इसीलिए आज लालटेन लेकर विधानसभा गेट के बाहर खड़े हैं. जिससे नेताओं को थोड़ी रोशनी मिले.
वहीं, शालिनी परमार ने बताया कि उनके भाई विवेक परमार की नोएडा में हत्या मामले में नोएडा पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की और दोषियों को रिहा कर दिया. संजय ने कहा कि वह खुद दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिल चुकी है, शांता कुमार से लेकर एसपी और डीसी से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन आश्वासनों के सिवाए उन्हें कुछ नहीं मिला.
रूआंदे गले से शालिनी ने सवाल पूछा है कि आखिर वह जाए तो जाए कहां. उन्हें न तो आज दिन तक कोई मुआवजा दिया गया. न ही उनके भाई के कातिलों को सजा मिली. शालिनी ने मांग की है कि जिस तरह उनके भाई को मारा गया उनके कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.