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भाई के हत्यारों को हो फांसी, तख्ती लिए बारिश में विधानसभा के बाहर खड़ी रही युवती

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Published : Dec 12, 2019, 8:36 PM IST

शीतकालीन सत्र की कार्रवाई के बीच बारिश के बीच विधानसभा के गेट पर इंसाफ मांगती रही शालिनी. बिते साल युवती के भाई की नोइडा में हत्या कर दी गई थी. अपने भाई के लिए न्याय मांगते हुए सीएम से दो बार मिल चूकी है शालिनी.

Shalini stood at the assembly gate for justice in dharmshala
विस की कार्रवाई के बीच बारिश में गेट पर खड़ी रही शालिनी

धर्मशालाः विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सुबह से बारिश का दौर जारी रहा. वहीं इसी बारिश के बीच एक युवती विधानसभा गेट के बाहर खड़ी होकर इंसाफ की मांग करती नजर आई. युवती अपने हाथों में तख्ती लेकर भाई के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रही थी.

युवती के साथ आए समाजसेवी संजय शर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि युवती का नाम शालिनी परमार है और ये धर्मशाला के नजदीक डाड़ गांव की निवासी है. शालिनी के पिता अस्थमा के मरीज हैं और काफी समय से वह बीमार है. शालिनी के परिवार में घर में एकमात्र भाई था जो सहारा था, लेकिन उनकी मौत के बाद सब टूट गया.

वीडियो रिपोर्ट.

शालिनी परमार का भाई नोएडा में किसी कंपनी में कार्यरत था और पिछले वर्ष 31 दिसंबर के दिन निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले को लेकर शालिनी परमार ने हर एक नेता की चौखट पर जाकर इंसाफ की भीख मांगी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया इसीलिए आज लालटेन लेकर विधानसभा गेट के बाहर खड़े हैं. जिससे नेताओं को थोड़ी रोशनी मिले.

वहीं, शालिनी परमार ने बताया कि उनके भाई विवेक परमार की नोएडा में हत्या मामले में नोएडा पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की और दोषियों को रिहा कर दिया. संजय ने कहा कि वह खुद दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिल चुकी है, शांता कुमार से लेकर एसपी और डीसी से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन आश्वासनों के सिवाए उन्हें कुछ नहीं मिला.

रूआंदे गले से शालिनी ने सवाल पूछा है कि आखिर वह जाए तो जाए कहां. उन्हें न तो आज दिन तक कोई मुआवजा दिया गया. न ही उनके भाई के कातिलों को सजा मिली. शालिनी ने मांग की है कि जिस तरह उनके भाई को मारा गया उनके कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.

धर्मशालाः विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सुबह से बारिश का दौर जारी रहा. वहीं इसी बारिश के बीच एक युवती विधानसभा गेट के बाहर खड़ी होकर इंसाफ की मांग करती नजर आई. युवती अपने हाथों में तख्ती लेकर भाई के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रही थी.

युवती के साथ आए समाजसेवी संजय शर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि युवती का नाम शालिनी परमार है और ये धर्मशाला के नजदीक डाड़ गांव की निवासी है. शालिनी के पिता अस्थमा के मरीज हैं और काफी समय से वह बीमार है. शालिनी के परिवार में घर में एकमात्र भाई था जो सहारा था, लेकिन उनकी मौत के बाद सब टूट गया.

वीडियो रिपोर्ट.

शालिनी परमार का भाई नोएडा में किसी कंपनी में कार्यरत था और पिछले वर्ष 31 दिसंबर के दिन निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले को लेकर शालिनी परमार ने हर एक नेता की चौखट पर जाकर इंसाफ की भीख मांगी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया इसीलिए आज लालटेन लेकर विधानसभा गेट के बाहर खड़े हैं. जिससे नेताओं को थोड़ी रोशनी मिले.

वहीं, शालिनी परमार ने बताया कि उनके भाई विवेक परमार की नोएडा में हत्या मामले में नोएडा पुलिस ने कोई भी कार्रवाई नहीं की और दोषियों को रिहा कर दिया. संजय ने कहा कि वह खुद दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिल चुकी है, शांता कुमार से लेकर एसपी और डीसी से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन आश्वासनों के सिवाए उन्हें कुछ नहीं मिला.

रूआंदे गले से शालिनी ने सवाल पूछा है कि आखिर वह जाए तो जाए कहां. उन्हें न तो आज दिन तक कोई मुआवजा दिया गया. न ही उनके भाई के कातिलों को सजा मिली. शालिनी ने मांग की है कि जिस तरह उनके भाई को मारा गया उनके कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए.

Intro:विधानसभा शीतकालीन सत्र के चौथे दिन जहां सुबह से बारिश का दौर जारी है वहीं इस बारिश के बीच मे एक युवती विधानसभा गेट के बाहर खड़ी होकर इंसाफ की मांग करती नज़र आई। यह युवती अपने हाथो ने तख्ती लेकर भाई के हत्यारों को फांसी देने की मांग कर रही थी। युवती के साथ आये समाज सेवी संजय शर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि युवती का नाम शालिनी परमार है और ये धर्मशाला के नजदीक डाड़ गांव से हैं। उन्होंने बताया कि शालिनी परमार का भाई नोएडा में किसी कम्पनी में कार्यरत था और पिछले वर्ष वहां उसकी हत्या कर दी गई थी।


Body:उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर शालिनी परमार ने हर एक नेता की चौखट पर जाकर इंसाफ की भीख मांगी लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया इसीलिए आज लालटेन लेकर विधानसभा गेट के बाहर खड़े हैं ताकि नेताओं को थोड़ी रोशनी मिले। वही शालिनी परमार ने बताया कि उनके भाई विवेक परमार की नोएडा में पिछले वर्ष 31 दिसंबर के दिन निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में नोएडा पुलिस ने कोई भी कार्यवाही नहीं की और दोषियों को रिहा कर दिया। उन्होंने कहा कि वह खुद दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिल चुकी है, शांता कुमार से लेकर एसपी और डीसी से भी न्याय की गुहार लगाई। लेकिन आश्वासनों के सिवाय उन्हें कुछ नहीं मिला। उन्होंने बताया कि उनके पिता अस्थमा के मरीज हैं और काफी समय से वह बीमार है। घर में एकमात्र भाई था जो सहारा था लेकिन उनकी मौत के बाद सब टूट गया।


Conclusion:रूआंदे गले से शालिनी ने सवाल पूछा कि आखिर वह जाएं तो जाएं कहां उन्हें ना तो आज तक कोई मुआवजा दिया गया नाही उनके भाई के कातिलों को सजा मिली। उन्होंने कहा कि वह चाहती हैं कि जिस तरह उनके भाई को मारा गया उनके कातिलों को भी वैसी ही मौत मिले।
विसुअल
विधानसभा गेट के बाहर बारिश में खड़ी शालिनी परमार और समाज सेवी संजय शर्मा।
बाइट
संजय शर्मा, समाज सेवी।
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शालिनी परमार, मृतक युवक की बहन।
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