धर्मशाला: जिला कांगड़ा में प्रदेश सरकार द्वारा निजी स्कूल की बसों के टैक्स बढ़ाए गए हैं. जिसको लेकर जिले में निजी स्कूल बस ऑपरेटरों की परेशानियां बढ़ गई है. प्रदेश सरकार ने निजी स्कूल बस ऑपरेटर से लाखों रुपए का टैक्स वसूलना शुरू कर दिया है. इसको लेकर आरटीओ द्वारा सभी को नोटिस जारी किया गया है.
डीसी कांगड़ा से मिले निजी बस ऑपरेटर: वहीं, सरकार के इस फैसले से नाखुश जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी, नगरोटा बगवां, शाहपुर व कांगड़ा के निजी स्कूल बस ऑपरेटरों ने उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल से मुलाकात की और उन्हें अपनी परेशानी बताई. निजी बस ऑपरेटरों ने मंगलवार को उपायुक्त कार्यालय के बाहर रोष व्यक्त कर ज्ञापन सौंपा.
'परिवहन मंत्री को भेजा मांग पत्र': इसके अलावा टैक्स बढ़ोतरी के विरोध में निजी स्कूल बस ऑपरेटरों ने डीसी कांगड़ा के माध्यम से प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री को शिकायत पत्र भी भेजा. मांग पत्र को लेकर निजी स्कूल बस ऑपरेटर तपन मेहरा ने बताया कि पहले सरकार साल का 92 हजार निजी स्कूल बस ऑपरेटरों से वसूल किया करती थी, लेकिन अब टैक्स की कीमत बढ़ाकर 6 लाख 48 हजार रुपए कर दी गई है.
'कमाई से ज्यादा टैक्स वसूल कर रही सरकार': तपन मेहरा ने कहा कि सरकार के इस फैसले ने निजी स्कूल बस ऑपरेटरों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं. उन्होंने कहा कि जिले में जितनी कमाई स्कूल बस ऑपरेटरों को नहीं होती, उससे ज्यादा सरकार टैक्स वसूली कर रही है. तपन मेहरा ने कहा कि जिला कांगड़ा के निजी स्कूल बस ऑपरेटरों ने डीसी कांगड़ा से मिलकर उनके माध्यम से सरकार व परिवहन मंत्री को मांग पत्र भेज कर गुहार लगाई है कि सरकार निजी स्कूल के बस ऑपरेटरों से इतना ज्यादा टैक्स बढ़ा कर न वसूले. उन्होंने मांग की है की सरकार पूर्व की दर पर ही बस ऑपरेटरों से टैक्स वसूल करें.
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