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वीरभद्र सिंह के कहने पर बैजनाथ छोड़ धर्मशाला से लड़ा था चुनाव, ऐसा रहा सुधीर शर्मा का राजनीतिक सफर.... - हिमाचल कांग्रेस सरकार

कांग्रेस के अनुभवी नेता सुधीर शर्मा ने धर्मशाला सीट पर कब्जा किया है. आपको बता दें कि सुधीर शर्मा ने अपने जीवन के पहले दो चुनाव बैजनाथ विधानसभा सीट से लड़े हैं, लेकिन 2012 में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के कहने पर उन्होंने धर्मशाला से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वहीं, 2022 के चुनावों में उन्होंने अच्छे मार्जन से जीत हासिल की है. (Political journey of MLA Sudhir Sharma) (Dharamshala Assembly Seat)

विधायक सुधीर शर्मा
विधायक सुधीर शर्मा
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Published : Dec 13, 2022, 10:20 AM IST

Updated : Dec 13, 2022, 8:53 PM IST

कांगड़ा: हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बन गई है. प्रदेश को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों मिल गए हैं. हिमाचल के नए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू हैं और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हैं. हिमाचल की जनता ने रिवाज को कायम रखा और 68 विधानसभा सीटों में से 40 सीटों पर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत के साथ जिताया. बात करें धर्मशाला विधानसभा सीट की तो इस सीट पर भी कांग्रेस ने बाजी मारी. इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच था. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सुधीर शर्मा को जीत मिली. बता दें कि सुधीर शर्मा को 27323 वोट पड़े हैं. (Political journey of MLA Sudhir Sharma)

कौन हैं सुधीर शर्मा: सुधीर शर्मा का जन्म 4 अगस्त 1972 को हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बैजनाथ के पपरोला गांव में हुआ. सुधीर शर्मा ने अपनी शिक्षा बैजनाथ में ही प्राप्त की है. सुधीर शर्मा ने अपने कॉलेज समय में ही छात्र राजनीति में आए. उन्होंने एनएसयूआई को ज्वाइन किया और यहीं से सुधीर शर्मा का राजनीतिक सफर शुरू हुआ. वहीं, सुधीर शर्मा की शादी जिला कांगड़ा के द्रमन में हुई है. सुधीर शर्मा की पत्नी हाउस वाइफ है और सुधीर शर्मा की एक बेटी भी जो अभी कॉलेज में अपनी पढ़ाई कर रही है. (Dharamshala Assembly Seat)

पिता से सीखे राजनीति के गुर: बता दें कि सुधीर शर्मा के पिता पंडित संत राम शर्मा भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे और व बैजनाथ विधानसभा से विधायक भी रह चुके थे. अपने पिता के लक्ष्य कदम पर चलते हुए सुधीर शर्मा ने भी कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया और राजनीति के गुर भी उन्होंने अपने पिता पंडित संत राम शर्मा से ही सीखे. वहीं, आज सुधीर शर्मा हिमाचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा है.

बैजनाथ से लड़ा पहला चुनाव: अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद सुधीर शर्मा ने बैजनाथ विधानसभा से ही वर्ष 2003 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की. इसके बाद सुधीर शर्मा को हिमाचल प्रदेश राज्य विधानसभा के लिए चुना गया. वर्ष 2007 में एक बार फिर से सुधीर शर्मा ने बैजनाथ विधासभा से ही चुनाव लड़ा और इस बार भी उन्हें जनता ने जीता कर विधानसभा भेजा.

वीरभद्र सिंह के कहने पर धर्मशाला से लड़ा चुनाव: 48 वर्षीय सुधीर शर्मा को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह वर्ष 2012 में बैजनाथ विधानसभा से धर्मशाला लाए थे. जिसके बाद सुधीर शर्मा ने धर्मशाला से चुनाव लड़ा था. इस दौरान सुधीर शर्मा के सामने भाजपा के किशन कपूर थे जिन्हें हरा कर उन्होंने धर्मशाला सीट पर भी अपनी जीत सुनिश्चित की थी. सुधीर शर्मा को इन विधानसभा चुनावों में 21241 वोट मिले थे और इसके बाद सुधीर शर्मा को शहरी विकास मंत्री का पद भी मिला था. 2022 में हुए चुनावो में एक बार फिर से सुधीर शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी राकेश कुमार को हराकर अपनी जीत सुनिश्चित की है. इस मर्तबा सुधीर शर्मा को 27323 वोट पड़े हैं.

ये भी पढ़ें: Debt on Himachal MLA: ये हैं वो 10 विधायक जिनके ऊपर है सबसे अधिक कर्ज

कांगड़ा: हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बन गई है. प्रदेश को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों मिल गए हैं. हिमाचल के नए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू हैं और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री हैं. हिमाचल की जनता ने रिवाज को कायम रखा और 68 विधानसभा सीटों में से 40 सीटों पर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत के साथ जिताया. बात करें धर्मशाला विधानसभा सीट की तो इस सीट पर भी कांग्रेस ने बाजी मारी. इस सीट पर मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच था. जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी सुधीर शर्मा को जीत मिली. बता दें कि सुधीर शर्मा को 27323 वोट पड़े हैं. (Political journey of MLA Sudhir Sharma)

कौन हैं सुधीर शर्मा: सुधीर शर्मा का जन्म 4 अगस्त 1972 को हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के बैजनाथ के पपरोला गांव में हुआ. सुधीर शर्मा ने अपनी शिक्षा बैजनाथ में ही प्राप्त की है. सुधीर शर्मा ने अपने कॉलेज समय में ही छात्र राजनीति में आए. उन्होंने एनएसयूआई को ज्वाइन किया और यहीं से सुधीर शर्मा का राजनीतिक सफर शुरू हुआ. वहीं, सुधीर शर्मा की शादी जिला कांगड़ा के द्रमन में हुई है. सुधीर शर्मा की पत्नी हाउस वाइफ है और सुधीर शर्मा की एक बेटी भी जो अभी कॉलेज में अपनी पढ़ाई कर रही है. (Dharamshala Assembly Seat)

पिता से सीखे राजनीति के गुर: बता दें कि सुधीर शर्मा के पिता पंडित संत राम शर्मा भी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए थे और व बैजनाथ विधानसभा से विधायक भी रह चुके थे. अपने पिता के लक्ष्य कदम पर चलते हुए सुधीर शर्मा ने भी कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया और राजनीति के गुर भी उन्होंने अपने पिता पंडित संत राम शर्मा से ही सीखे. वहीं, आज सुधीर शर्मा हिमाचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा है.

बैजनाथ से लड़ा पहला चुनाव: अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद सुधीर शर्मा ने बैजनाथ विधानसभा से ही वर्ष 2003 में अपना पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की. इसके बाद सुधीर शर्मा को हिमाचल प्रदेश राज्य विधानसभा के लिए चुना गया. वर्ष 2007 में एक बार फिर से सुधीर शर्मा ने बैजनाथ विधासभा से ही चुनाव लड़ा और इस बार भी उन्हें जनता ने जीता कर विधानसभा भेजा.

वीरभद्र सिंह के कहने पर धर्मशाला से लड़ा चुनाव: 48 वर्षीय सुधीर शर्मा को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह वर्ष 2012 में बैजनाथ विधानसभा से धर्मशाला लाए थे. जिसके बाद सुधीर शर्मा ने धर्मशाला से चुनाव लड़ा था. इस दौरान सुधीर शर्मा के सामने भाजपा के किशन कपूर थे जिन्हें हरा कर उन्होंने धर्मशाला सीट पर भी अपनी जीत सुनिश्चित की थी. सुधीर शर्मा को इन विधानसभा चुनावों में 21241 वोट मिले थे और इसके बाद सुधीर शर्मा को शहरी विकास मंत्री का पद भी मिला था. 2022 में हुए चुनावो में एक बार फिर से सुधीर शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी राकेश कुमार को हराकर अपनी जीत सुनिश्चित की है. इस मर्तबा सुधीर शर्मा को 27323 वोट पड़े हैं.

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Last Updated : Dec 13, 2022, 8:53 PM IST
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