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निजी अस्पतालों के 50% बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित, DC कांगड़ा ने जारी किए निर्देश

डीसी कांगड़ा ने लोगों के हित में फैसला लेते हुए निजी अस्पतालों के लिए नए दिशा निर्देश जारी किए हैं. नए आदेशों के मुताबिक निजी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित होंगे.

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Published : Apr 27, 2021, 8:51 PM IST

धर्मशाला: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए निजी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने का फैसला लिया गया है. इसके लिए उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने निजी अस्पतालों को दिशा निर्दश भी जारी कर दिए हैं.

जनता की मदद के लिए आदेश जारी

डीसी कांगड़ा ने बताया कि सूर्या अस्पताल राजा का तालाब, बालाजी अस्पताल कांगड़ा, हिमाचल हेल्थ केयर/फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा, मेपल लीफ कांगड़ा, सिटी अस्पताल घुरकडी कांगड़ा, विवेकानंद मेडिकल इंस्टीट्यूट पालमपुर, नव जीवन अस्पताल ज्वालामुखी और डेलेक अस्पताल धर्मशाला में यह सुविधा उपलब्ध रहेगी. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 34 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग कर जनता के कल्याण में यह आदेश जारी किए गए हैं.

तैनात किया जाएगा नोडल अधिकारी

उपायुक्त ने कहा कि जिला निगरानी अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कांगड़ा द्वारा रेफरल के बाद आरक्षित 50 प्रतिशत बेड पर कोविड रोगियों की भर्ती की जाएगी. आईसीएमआर से अनुमोदित प्रयोगशाला में पुष्टि की गई पॉजिटिव रिपोर्ट पर कोविड पॉजिटिव रोगियों को सीधे भी स्वीकार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला कांगड़ा में प्रत्येक माध्यमिक स्तर के समर्पित आइसोलेशन सुविधा के लिए एक नोडल अधिकारी को तैनात किया जाएगा.

8 हजार रुपए प्रति दिन की दर फिक्स

उपायुक्त ने कहा कि वेंटिलेटर के साथ-साथ ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए 8 हजार रुपए प्रति बिस्तर प्रति दिन की दर निर्धारित की गई है. ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए यह दर 3 हजार रुपए प्रति बिस्तर प्रतिदिन रहेगी. उन्होंने बताया कि जिन मरीजों को न तो वेंटिलेटर और न ही ऑक्सीजन की आवश्यकता है, उनके लिए 800 रुपये प्रति बिस्तर प्रतिदिन की दर निर्धारित की गई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी शुरू में इन अस्पतालों को 50 पीपीई किट और 100 एन-95 मास्क प्रदान करेंगे. इसके बाद वास्तविक आवश्यकता के आधार पर सामान की आपूर्ति की जाएगी.

मलकवाल में जल्द संभव होगा इलाज

उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कोविड के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत नूरपुर के मलकवाल स्थित वीवीएम नर्सिंग इंस्टीट्यूट को कोविड केयर सेंटर बनाने की पेशकश की थी. उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में आगामी तैयारियां पूर्ण करने के लिए वन मंत्री को पत्र लिखा गया है और शीघ्र ही मलकवाल में भी कोविड पॉजिटिव रोगियों का इलाज संभव होगा.

तीन दिन के अंदर मांगी गई जानकारी

उपायुक्त ने कहा कि इसके अलावा पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने भी अपने आवास पर कोविड केयर सेंटर बनाने की पेशकश की है. उन्होंने बताया कि सुधीर शर्मा को इस संबंध में पत्र लिखा गया है. उन्होंने कहा कि इस संस्थान में ऑक्सीजन-मैनिफोल्ड की व्यवस्था के साथ 50 बिस्तरों की व्यवस्था, मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था, डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय और सेनिटेशन वर्कर के बारे में पूर्ण विवरण तीन दिन के भीतर मांगा गया है ताकि आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा सके.

ये भी पढ़ें: कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल होगा आयुर्वेदिक अस्पताल, मंगलवार से बंद की गई OPD और IPD सेवाएं

धर्मशाला: कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए निजी अस्पतालों के 50 प्रतिशत बेड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रखने का फैसला लिया गया है. इसके लिए उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने निजी अस्पतालों को दिशा निर्दश भी जारी कर दिए हैं.

जनता की मदद के लिए आदेश जारी

डीसी कांगड़ा ने बताया कि सूर्या अस्पताल राजा का तालाब, बालाजी अस्पताल कांगड़ा, हिमाचल हेल्थ केयर/फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा, मेपल लीफ कांगड़ा, सिटी अस्पताल घुरकडी कांगड़ा, विवेकानंद मेडिकल इंस्टीट्यूट पालमपुर, नव जीवन अस्पताल ज्वालामुखी और डेलेक अस्पताल धर्मशाला में यह सुविधा उपलब्ध रहेगी. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 34 के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग कर जनता के कल्याण में यह आदेश जारी किए गए हैं.

तैनात किया जाएगा नोडल अधिकारी

उपायुक्त ने कहा कि जिला निगरानी अधिकारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कांगड़ा द्वारा रेफरल के बाद आरक्षित 50 प्रतिशत बेड पर कोविड रोगियों की भर्ती की जाएगी. आईसीएमआर से अनुमोदित प्रयोगशाला में पुष्टि की गई पॉजिटिव रिपोर्ट पर कोविड पॉजिटिव रोगियों को सीधे भी स्वीकार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला कांगड़ा में प्रत्येक माध्यमिक स्तर के समर्पित आइसोलेशन सुविधा के लिए एक नोडल अधिकारी को तैनात किया जाएगा.

8 हजार रुपए प्रति दिन की दर फिक्स

उपायुक्त ने कहा कि वेंटिलेटर के साथ-साथ ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए 8 हजार रुपए प्रति बिस्तर प्रति दिन की दर निर्धारित की गई है. ऑक्सीजन की आवश्यकता वाले रोगियों के लिए यह दर 3 हजार रुपए प्रति बिस्तर प्रतिदिन रहेगी. उन्होंने बताया कि जिन मरीजों को न तो वेंटिलेटर और न ही ऑक्सीजन की आवश्यकता है, उनके लिए 800 रुपये प्रति बिस्तर प्रतिदिन की दर निर्धारित की गई है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी शुरू में इन अस्पतालों को 50 पीपीई किट और 100 एन-95 मास्क प्रदान करेंगे. इसके बाद वास्तविक आवश्यकता के आधार पर सामान की आपूर्ति की जाएगी.

मलकवाल में जल्द संभव होगा इलाज

उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति ने जानकारी देते हुए बताया कि वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कोविड के बढ़ते मामलों के दृष्टिगत नूरपुर के मलकवाल स्थित वीवीएम नर्सिंग इंस्टीट्यूट को कोविड केयर सेंटर बनाने की पेशकश की थी. उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में आगामी तैयारियां पूर्ण करने के लिए वन मंत्री को पत्र लिखा गया है और शीघ्र ही मलकवाल में भी कोविड पॉजिटिव रोगियों का इलाज संभव होगा.

तीन दिन के अंदर मांगी गई जानकारी

उपायुक्त ने कहा कि इसके अलावा पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा ने भी अपने आवास पर कोविड केयर सेंटर बनाने की पेशकश की है. उन्होंने बताया कि सुधीर शर्मा को इस संबंध में पत्र लिखा गया है. उन्होंने कहा कि इस संस्थान में ऑक्सीजन-मैनिफोल्ड की व्यवस्था के साथ 50 बिस्तरों की व्यवस्था, मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था, डॉक्टर, नर्स, वार्ड बॉय और सेनिटेशन वर्कर के बारे में पूर्ण विवरण तीन दिन के भीतर मांगा गया है ताकि आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा सके.

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