कांगड़ा: कोविड काल के बाद पुलिस अधिकारियों के ट्रेनिंग प्रोग्राम आफलाइन शुरू हो गए हैं. पुलिस जांच अधिकारी डीएनए, साइबर, पोस्टमार्टम के दौरान जो दिक्कतें पेश आ रही हैं, उन्हें हैंडल करना सीख रहे हैं. इसके लिए रीजनल फारेंसिक साइंस लैब (आरएफएसएल) धर्मशाला में चल रहा ट्रेनिंग प्रोग्राम चल रहा है, जिसमें नार्थन रेंज के 18 पुलिस जांच अधिकारी भाग ले रहे हैं. (Deputy Director Dr Meenakshi Mahajan) (RFSL Dharamshala)
कोविड काल में यह ट्रेनिंग प्रोग्राम ऑनलाइन चलाए जा रहे थे, जबकि अब इनकी ऑफलाइन शुरूआत हो चुकी है. आरएफएसएल धर्मशाला की डिप्टी डायेक्टर डॉ मीनाक्षी महाजन ने बताया कि फॉरेंसिक लैब में पुलिस जांच अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्होंने बताया कि कोविड के बाद यह पहला कार्यक्रम है, जिसमें नार्थन रेंज के पुलिस जांच अधिकारी भाग ले रहे हैं.
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि आरएफएसएल की नई तकनीक, डीएनए, साइबर, यौन शोषण के मामलों को लेकर छोटे-छोटे पहलूओं की जानकारी इस कार्यक्रम में भाग ले रहे. पुलिस कर्मचारियों ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि इन्वेस्टिगेशन के दौरान पुलिस कर्मचारियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े. उन्होंने बताया कि फोरेंसिक साइंस से संबंधित साक्ष्यों को किस तरह से प्रिजर्व करना चाहिए, इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
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